बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा : पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड में बसों का आना जाना लगा रहता है। इसी क्रम में अवयस्क (लड़की) यात्री से सामूहिक बलात्कार कर मानवता कोशर्मसार करने वाली घटना को मंगलवार को अंज़ाम दिया गया। यह कोई नहीं जानता मानवता को शर्मसार कर एक अवयस्क लड़की से सामुहिक दुष्कर्म को अंजाम देकर बेतिया के नाम पर धब्बा लगाकर, उसे बस के कर्मी सुर्खियों में लादेंगे। बेतिया में अवयस्क लड़की से सामुहिक दुष्कर्म की घटना से बिहार का यह क्षैत्र चर्चा में आ गया, जिसकी चर्चा मात्र से प्रबुद्धजन अपमानित समझते हैं। इस घटना के बाद बस पड़ाव और उसके आने जाने वाले बसों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़ा होने लगे हैं। इतना ही नहीं अब रात में बस से यात्रा करने वाली महिलाएं दहशत में हैं।
घटना मंगलवार की सुबह लगभग 10 बजे की है जब पटना मोतिहारी से बस बेतिया पहुंचती है। बस आकर बस पड़ाव के दक्षिणी द्वार से निकल कर हजारी स्थित निमिया माई मंदिर के सामने पार्क कर उसके ड्राइवर व खलासी चले जाते हैं। उसके पश्चात दोपहर लगभग 2 बजे बस के अंदर से एक लड़की बाहर निकलने को दस्तक देती है। जिसके पश्चात वहां लोग बस का फाटक खोल कर लड़की को निकालते हैं। उसके बाद उस लड़की ने जो बताया सबके होश उड़ गए। मामले की नजाकत को देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल उस अवयस्क लड़की को अभिरक्षा में लेकर महिला थाना ले गई।
जहाँ पीड़िता ने बताया कि उसका घर चनपटिया थाना क्षेत्र में है और वो किसी कार्य से बेतिया आकर मोतिहारी गई और मोतिहारी से बेतिया लौटने के क्रम में बस ड्राइवर, खलासी व दो अन्य ने खाना और पेय पदार्थ में नशीली दवा मिला कर बेहोश कर दिया। जब उसे होश आया तो उसके वस्त्र सही नहीं पाया। उसकी अस्मत लूटी जा चुकी थीं। हालाकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता के बयान पर बस कॉन्ट्रैक्टर रामलाल साह पिता फतिंगा साह ग्राम बलवा थाना पिपरा, मोतिहारी और निलेश दूबे पिता उमेश दूबे, ग्राम कल्याणपुर थाना मीनापुर मुजफ्फरपुर को युवती के बरामदगी के महज घंटे भर के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता व गिरफ्तार अभियुक्तों के निशानदेही पर दो अन्य आरोपियों ड्राइवर सुदर्शन सहनी पिता खदेरन सहनी ग्राम बलवा, थाना पिपरा, मोतिहारी और कॉन्ट्रैक्टर मनोज पिता मलख मियां ग्राम हरपुरवा, योगापट्टी को देर रात छापामारी कर गिरफ्तार कर लिया।बेतिया पुलिस अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने पूरे घटना क्रम की पर विशेष नजर रखा, सूचना के 12 घंटे में मामले का उद्भेदन कर पीड़िता के फर्दब्यान के आधार पर सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार करा लिया। पीड़िता की मेडिकल जांच जीएमसीएच बेतिया एवं चारों अभियुक्त की मेडिकल जांच भी जीएमसीएच बेतिया में पुलिस ने कराया।
तत्पश्चात उनसे पूछ ताछ कर चारों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बस को जप्त कर लिया गया है। पड़ताल में बस मोतिहारी जिला के जीतेन्द्र कुमार सिंह की बताई गई है। इस घटना के बाद बस पड़ाव में आने जाने वाले बसों में महिला यात्रियों की सुरक्षा पर अब सवाल उठना शुरू हो गया है। ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो उसके लिए भी प्रशासन से कार्रवाई की अपील बेतिया की जनता ने किया है।