दिल्ली/सेंट्रल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में बायोटेक स्टार्टअप प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत की ‘बायो इकोनॉमी’ पिछले आठ वर्षों में आठ गुना बढ़ी है और यह 10 अरब अमेरिकी डॉलर से 80 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री ने बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जैव प्रौद्योगिकी के वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र में शीर्ष 10 देशों की श्रेणी में पहुंचने से बहुत दूर नहीं है। पिछले आठ वर्षों में देश में स्टार्टअप की संख्या कुछ सौ से बढ़कर 70,000 से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा कि भारत को बायोटेक के क्षेत्र में अवसरों की भूमि माना जा रहा है तो उसके पांच बड़े कारण हैं, पहला- विविध जनसंख्या, विविध जलवायु क्षेत्र, दूसरा- भारत का टैलेंटेड ह्यूमन कैपिटल पूल,तीसरा- भारत में इज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए बढ़ रहे प्रयास हैं चौथा- भारत में लगातार बढ़ रही जैव उत्पादों की मांग और पांचवा- भारत के बायोटेक सेक्टर यानि आपकी सफलताओं का ट्रैक रिकॉर्ड।
मोदी ने कहा कि 2014 में हमारे देश में जहां सिर्फ 6 बायो इंक्यूबेटर्स थे, वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 75 हो गई है। 8 साल पहले देश में 10 बायोटेक प्रोडक्ट थे, आज इनकी संख्या 700 से अधिक हो गई है.उन्होंने कहा कि हाल में ही हमने पेट्रोल में इथेनॉल की 10 प्रतिशत ब्लेंडिंग का टारगेट हासिल किया है। भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग का टारगेट भी 2030 से 5 साल कम करके 2025 कर लिया है। ये सारे प्रयास बायोटेक के क्षेत्र में रोजगार के भी नए अवसर बनाएंगे।
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