बक्सर/विक्रांत। आप मानें अथवा नहीं मानें। पर यह कटु सत्य है। डुमरंाव नगर के अभ्यासार्थ मध्य विद्यालय पास नव निर्मित जलमीनार पर अशुभ ग्रहो की काली छाया पड़ गई है। महज डेढ़ माह के अंदर तीसरी बार जलमीनार से जल की आपूर्ति ठप्प होने से नागरिक शुद्ध पेयजल को लेकर परेशान है। सोमवार की सुबह से नागरिको के बीच पीने की पानी का संकट बना हुआ है। डुमरांव नगर के विभिन्न मुहल्ले में जूठेरी पथ, ठठेरी बाजार दक्षिणी भाग, रजई मिश्रा की गली, फूलचंद पथ, लंगटू महादेव मंदिर पथ, हेयात मोहम्मद पथ, चुन्नी कमकर की गली, नंद कुमार मिश्रा की गली, बलीराम दास की गली, हरी चैबे की गली, मुकुन्द तेली की गली, धोबी टोला एवं महावीर सोनार की गली आदि के नागरिक जलमीनार पर आश्रित रहते है।
लेकिन जलमीनार से जल की आपूर्ति व्यवस्था के हम नहीं सुधरेगें वाली कहावत चरितार्थ करने से नागरिक बेहाल है।जलमीनार की बदहाली का जागता मिशाल गत 12 मार्च को जलमीनार के मोटर की खराबी, गत 11 अप्रैल को गेट बल्ब की खराबी, गत 11 मई को स्टार्टर की खराबी, गत 3 जून को मोटर की खराबी एवं 14 जून की सुबह से तकनिकी खराबी के चलते जलापूर्ति ठप्प रहना है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि स्थानीय नगर में हर घर को नल का जल उपलब्ध कराए जाने को लेकर करीब सात करोड़ की लागत से नगर के दो स्थान में अभ्यासार्थ मध्य विद्यालय के पास एवं छठिया पोखरा के उत्तरी छोर पर जलमीनार का निर्माण कराया गया। जलमीनार का निर्माण कार्य के पांच साल गुजर गए। लेकिन नालंदा का निर्माण कार्य एजेंसी जलमीनार को संबधित विभाग बुडको को हस्तांतरित नहीं कर सका है।
ओएसडी डीपी शाही ने बुडको के ईओ की लगाई क्लास
जब कही भी गुहार पर सुनवाई नहीं होते देख थक हार कर नागरिको ने डेढ़ माह के अंदर तीसरी बार जलमीनार से जल की आपूर्ति ठप्प रहने की समस्या से ओएसडी देवेन्द्र प्रताप शाही के यहां गुहार लगाई गई। नागरिको की गुहार सुनकर ओएसडी डीपी शाही के अंदर व्याप्त मानवीय संवेदना जाग उठी। पेयजल संकट से परेशानी से निजात दिलाने की दिशा में अवकाश के दिन बगैर समय गवाएं ओएसडी जलमीनार के नियंत्री पदाधिकारी बुडको के कार्यपालक अभियंता को खोज निकाला और महज डेढ़ माह के अंदर तीन बार जलमीनार से जल की आपूर्ति ठप्प होने पर बुडको के कार्यपालक अभियंता की क्लास लगा दी।सवाल खड़ा कर दिया।
बुडको के कार्यपालक अभियंता का कथन
बुडको के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने बताया कि जलमीनार की तकनिकी खराबी को दुरूस्त कराए जाने को लेकर निर्माण कार्य एजेंसी को निर्देश दिया गया है। कल मंगलवार तक जलमीनार की तकनिकी खराबी दुरूस्त कर दिया जाएगा। उन्होनें बताया कि डुमरांव नगर के नवनिर्मित दोनों जलमीनार को हस्तांतरित करने के लिए निर्माण कार्य एजेंसी को निर्देश जारी किया गया है।जल्द ही डुमरांव के नव निर्मित जलमीनार नगर परिषद को हैंडओभर कर दिया जाएगा।