मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। केंद्रीय रक्षा मंत्री द्वारा रोजगार के क्षेत्र में एक नई स्कीम ‘अग्निपथ’ के ऐलान को आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन के महासचिव अमरजीत कुमार ने युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड और रही जगार के क्षेत्र में सरकारकी नाकामी का नतीजा बताया है।
उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इस योजना के तहत अब से सेना की भर्ती सिर्फ 4 साल के लिए होगी और 4 साल बाद उन्हें बाहर का रास्ता देखना होगा। उसके बाद उन्हें न तो पेंशन दिया जायेगा और न ही किसी और तरह की सुविधाएं। एक तरफ अग्निपथ स्कीम जैसी युवा विरोधी नीति लाई जा रही है और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री द्वारा डेढ़ साल में 10 लाख नौकरी देने का ऐलान किया जा रहा हैं। दोनों ऐलान अपने आप में एक दूसरे के विरोधात्मक है। 10 लाख नौकरी का ऐलान भी 1 करोड़ नौकरी के वादे की तरह ही जुमला बन कर रह जाएगा।
देश मे रोजगार की स्थित भयावह है। युवा हताशा और निराशा के शिकार हो रहे है। ऐसे में अग्निपथ जैसा स्कीम युवाओं के मनोबल को तोड़ने का काम करेगा।दो साल से कोरोना की आड़ में सरकारी विभागों में नौकरी नही दी जा रही है।अब जब स्थिती सामान्य हुआ ,युवाओं को उम्मीद थी अब भर्ती होगी तब इस तरह की स्कीम का आना युवाओं के लिए बज्रपात से कम नही है। आज सेना की बारी है कल दूसरे-दूसरे सरकारी संस्थानों की बारी होगी।
सरकार को रोजगार की समस्या को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए लेकिन वे ऐसा न कर के ठीक इसके विपरीत धीरे- धीरे सरकारी संस्थानों से स्थायी नौकरी को समाप्त कर रही है। इस तरह के स्कीम से ठेकेदारी सिस्टम को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार की समस्या और भी विकराल रूप धारण करेगी। अमरजीत कुमार ने कहा कि उनका संगठन आल इंडिया डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन सरकार से यह मांग करता है कि इस स्कीम को जल्द से जल्द वापस लिया जाए और सभी सरकारी संस्थानों में स्थायी नियुक्ति की जाएं।
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