प्रयागराज, बीपी प्रतिनिधि। हाईकोर्ट प्रशासन ने यूपी के विभिन्न जिला न्यायालयों में कार्यरत न्यायिक अफसरों का बड़े पैमाने पर स्थानांतरण किया है। स्थानांतरित अधिकारियों में 285 एडीजे,121 सिविल जज सीनियर डिवीजन और 213 सिविल जज जूनियर डिवीजन शामिल हैं। इन्हें चार जुलाई तक वर्तमान तैनाती स्थान से अपना चार्ज सौंपने का निर्देश दिया गया है। वाराणसी के ज्ञानवापी मामले में सुनवाई करने वाले सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर भी स्थानांतरित किए गए हैं। उन्हें बरेली स्थानांतरित किया गया है। ज्ञानवापी विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अब जिला जज को ट्रांसफर हो चुकी है।
एडीजे इफराक अहमद का गोरखपुर से फिरोजाबाद और सुशील कमार खरवार का हमीरपुर तबादला हुआ है। वहीं एडीजे गजेंद्र को कासगंज से, सुबोध वार्ष्णेय को बदायूं से, अशोक कुमार और पंकज श्रीवास्तव को सोनभद्र से, राहुल आनंद और रेनू सिंह को इटावा जनपद से गोरखपुर भेजा गया है। राहुल कुमार सिंह का गोरखपुर से बागपत, शिवम कुमार को फर्रुखाबाद, विजय कुमार विश्वकर्मा को वाराणसी और मंगल देव सिंह को सिविल जज (सीनीयर डिवीजन) पद पर एटा जनपद स्थानांतरित किया गया है।
वहीं इसी पद पर जगन्नाथ को बहराइच से, विकास सिंह को गाजियाबाद से, अरुण कुमार यादव को चित्रकूट से, स्वेता चंद्रा को बाराबंकी से और सावन कुमार विकास को लखीमपुर खीरी से गोरखपुर स्थानांतरित किया गया है। सिविल जज (जूनियर डिविजन) संजय कुमार सिंह को गोरखपुर से लखनऊ, कुमारी अर्चना को गोण्डा, आशीष कुमार सिंह को कानपुर नगर और विराट मणि त्रिपाठी को बलिया जनपद स्थानांतरित किया गया है।
विपिन कुमार चौरसिया को सोनभद्र, आशुतोष वर्मा को रामपुर, नपेंद्र कुमार को बिजनौर, नगमा खान को बदायूं, सचिन वर्मा को बहराइच, ज्योति वर्मा को बरेली, शशि किरन को बलिया, मोहित कुमार प्रसाद को बलरामपुर, अर्पित पंवार को कासगंज, तरुण कुमार अग्रवाल को आगरा और अरुण कुमार सिंह व अमृता श्रीवास्तव को लखीमपुर खीरी से गोरखपुर स्थानांतरित किया गया है।