कानपुर/भूपेंद्र सिंह। उत्तर प्रदेश की रणजी टीम को एक सूत्र में बांधने और क्वार्टर फाइनल तक पहुंचाने वाले मैनेजर को अपने ही टीम के कप्तान के कोप-भाजन का शिकार होना पड़ गया। कप्तान के चहेते खिलाड़ी को अतिरिक्त किट न देना टीम मैनेजर को भारी पड़ गया जिससे उसे तत्काल प्रभाव से ही टीम छोड़ने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए।
यही नहीं उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के कार्यवाहक सीईओ और पदाधिकारियों ने टीम मैनेजर को किट खरीद घोटाले का आरोपी भी बनाकर टीम से रुख्सत कर दिया। हालांकि उसका परिणाम भी उत्तर प्रदेश के पक्ष में नहीं रहा वह खिताबी दौड़ में अपनी जगह बनाने से चूक गया। गौरतलब है कि इस बार के रणजी ट्रॉफी सत्र में उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम का मैनेजर पूर्व रणजी खिलाड़ी दीपांकर मालवीय को नियुक्त किया गया था। उनके नेतृत्व में टीम लगातार अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में भी कामयाब रही और क्वार्टर फाइनल तक पहुंच गई।
क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान कप्तान करन शर्मा के चहेते खिलाड़ी ने टीम मैनजर दीपांकर मालवीय से एक अतिरिक्त किट की मांग कर डाली बस इसी बात पर विवाद छिड गया। विवाद से तमतमाए कप्तान ने भगोड़े प्रशिक्षक विजय दहिया, फील्डिंग कोच मूसी रजा के साथ मिलकर संघ के सीईओ समेत अन्य पदाधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई। ड्रेसिंग रूम में हुए विवाद के दौरान कप्तान की मैनेजर व कोच के साथ थोड़ी बहस भी हुई थी। पूर्व सचिव के निजी सचिव अकरम सैफी के करीबी कप्तान ने अपना प्रभाव दिखाते हुए उन्हे टीम मैनेजर पद से हटवाने की बात भी जोर शोर से कही थी।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की पदाधिकारियों के प्रबंध तंत्र ने तत्काल प्रभाव से ही दीपांकर मालवीय को टीम छोड़ने के निर्देश जारी कर दिए। क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान टीम बिना मैनेजर के ही मैच खेलती रही जिससे संघ में भी थोडा हड़कंप मचा रहा। इसके बाद पदाधिकारियों के प्रबंध तंत्र ने पूर्व टेस्ट खिलाड़ी गोपाल शर्मा को टीम मैनेजर नियुक्त कर बेंगलुरु रवाना कर दिया। सेमीफाइनल में टीम का सामन्जस्य मैनेजर के साथ ना बैठ पाने के चलते शायद टीम को पराजय का सामना भी करना पड़ गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दीपांकर को उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के कार्यालय के आसपास दिखाई ना दे जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम के मैनेजर दीपांकर के खिलाफ किट खरीद घोटाले का मामला सामने आया है जिसके चलते होने टीम मैनेजर पद से हटा दिया गया। जांच के बाद ही सारा सच सामने आएगा।