दिल्ली/सेंट्रल डेस्क। राष्ट्रपति पद के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। गत मंगलवार रात को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल 64 वर्षीया द्रौपदी मुर्मू को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया।
द्रौपदी मुर्मू 24 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहेंगे। वे अगर चुनाव जीतती हैं तो वे देश की सबसे युवा राष्ट्रपति होंगी और इस पद पर पहुंचने वाली देश की पहली आदिवासी भी होंगी। साथ ही ओडिशा राज्य से आने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी। वहीं विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 27 जून को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
उधर, केंद्र सरकार ने द्रौपदी मुर्मू को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों द्वारा 24 घंटे ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सशस्त्र सुरक्षा मुहैया करा दी है। गृह मंत्रालय से गत मंगलवार की शाम मिले आदेश के बाद सीआरपीएफ ने बुधवार सुबह से मुर्मू को सुरक्षा मुहैया कराई है।
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि वह टेलीविजन पर यह जानकर आश्चर्यचकित और प्रसन्न हुईं कि उन्हें एनडीए द्वारा शीर्ष पद के लिए नामांकित किया गया है। मैं आश्चर्यचकित और खुश हूं। मयूरभंज जिले से आने वाली एक आदिवासी महिला के रूप में मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे इस पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा।
आदिवासी समाज से ताल्लुक रखने वालीं द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के रायरंगपुर की रहने वाली हैं। वे 18 मई 2015 को झारखण्ड की राज्यपाल बनीं और छह साल एक महीने तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। वे झारखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल थीं। वे वर्ष 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रही थीं।
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वे भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री तथा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रही हैं।