कानपुर/भूपेंद्र सिंह। कोरोना का मर्ज एक बार फिर से अपने पैर पसारने लगा है 24 घंटों में देश भर में कोरोना के 17346 नए संक्रमित केस मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हडकम्प है। कोरोना की चौथी लहर की आहट से अब इनकार नही किया जा सकता है चूंकि ये अब अपना स्वरूप भी बदल रहा है इसका चौथा चरण तीन जुलाई से शुरु हो सकता है।
आईआईटी कानपुर के जानकारों ने इस साल फरवरी महीने में ही इसकी भविष्यवाणी की गई थी। बताया गया था कि देश में कोरोना की चौथी लहर 23 जून के आसपास शुरू होगी, जो अक्टूबर तक जा सकती है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि इसका पीक अगस्त के आसपास होगा। शुक्रवार को आईआईटी के प्रोफेसर से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना वेरिएंट में बदलाव होने से ये घातक रूप ले रहा है जिससे सभी को सावधान रहना पडेगा।
आईआईटी के ही प्रोफेसर प्रो मणींद्र अग्रवाल जिन्होंने अपने गणितीय मॉडल के आधार पर कोरोना की पहली और दूसरी लहर का सटीक आकलन किया था। उन्होंने चौथी लहर को लहर को लेकर एक नया दावा किया है। उनका कहना है कि देश में कोरोना की चौथी लहर नहीं आने वाली। उनका कहना है देश में जितने भी केस मिल रहे है, वह सब ओमीक्रॉन फैमली के है, यानी सब वेरिएंट जो की तीसरी लहर में पाए गए थे। अगर सब वेरिएंट अपने म्युटेंट में बदलाव करेगा तो संक्रमण घातक हो सकता है और देश में रोजाना 40 हजार से ज्यादा केसों के मिलने की संभावना है।
आईआईटी कानपुर के एक अन्य प्रोफेसर ने बताया, पिछले एक हफ्ते से हमारी टीम कोरोना के बढ़ते हुए आकड़ों पर नजर रखे हुए है। दो दिन यह आकड़ें स्थिर रहने के बाद तीसरे दिन बढ़ रहे है। जो आकड़ा आज आया है यह आकड़ा 14 से 15 हजार के आसपास जाना चाहिए था लेकिन यह 17 हजार के पास चला गया। इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।