नवादा/ पंकज कुमार सिन्हा। गांव में हर घर में पानी पहुंचाने की सीएम नीतीश कुमार की योजना जमीन पर कितनी सफल हुई है। वह इन तस्वीरों से समझी जा सकती है। जहां सिर पर बर्तन लेकर दर्जनों ग्रामीण महिलाएं और बच्चे पानी लेने के लिए जाते हुए दिख रहे हैं। यह तस्वीर उस जिले की है, जहां एक माह पहले ही सीएम नीतीश कुमार ने गंगा नदी का पानी लाने के लिए अरबों रुपए की लागत से गंगा उद्भव योजना शुरू करने जा रहे हैं।
तस्वीरें नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के दोसुत पंचायत अंतर्गत गडुआ गांव की है, जहां महादलित टोला में पेयजल की भारी किल्लत है। जिसके कारण महादलित परिवार के लोग गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रहे पहाड़ी चापाकल से पानी लाने को विवश हैं।
छह माह पहले बिछाया गया पाइप
हालांकि इस गांव में नल-जल योजना के तहत पाइप बिछाई गई और घर घर नल भी लगाया गया है। लेकिन लगभग 6 महीने से मोटर खराब रहने के कारण पानी नहीं मिल पा रहा है। जिससे महादलित परिवार के लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीण बताते हैं कि गांव में 7 चापाकल भी है, लेकिन गर्मी के दिनों में ये सभी चापाकल सूख गए हैं और नल-जल का मोटर भी खराब है। जिससे पानी के लिए एक किलोमीटर दूर बेलधा गांव के समीप से पानी लाकर प्यास बुझा रहे हैं।
प्रशासन में कोई सुनवाई नहीं
उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर स्थानीय बीडीओ से लेकर डीएम तक आवेदन दिया गया, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि इस महादलित टोले में कुल 50 घर है और 50 घर के लोग एक ही चापाकल पर पानी लाने जाते हैं। जिससे कभी-कभी पानी लेने को लेकर तू-तू मैं-मैं भी हो जाता है। इस संबंध में डीएम उदिता सिंह ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर उस गांव में पेयजल की किल्लत है तो जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।
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