उर्सला की नर्स साउथ में बनी डॉक्टर, ओटी में डिलीवरी केस में दिया एनेस्थीसिया, ओवरडोज से महिला की मौत

Health उत्तर प्रदेश कानपुर ट्रेंडिंग

हवा में उड़ गयी स्वास्थ्य विभाग के मानकों की धज्जियां

पति आयुष्मान ने जांच के लिए डीएसपी साउथ को दिया है आवेदन

दक्षिण में अवैध अस्पतालों पर सीएमओ के दफ्तर से बरस रही कृपा

कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। योगी आदित्यनाथ व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक प्रदेश स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन कानपुर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उनकी मेहनत पर पानी फेरने में अपनी कार्यशैली से ऐड़ी-चोटी का जोर लगाएं है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण साउथ का परिवार कल्याण सेवा संस्थान नाम का एक अस्पताल है। जहां पर उर्सला में तैनात नर्स ने दक्षिण की योग्य डाक्टर की भूमिका में है।

इतना ही नहीं नर्स बकायदा सीएमओ और स्वास्थ्य अधिकारी की नाक के नीचे तीन मंजिला अस्पताल मानक को ताख पर रखकर चला रही है। नतीजा डिलीवरी के लिए एडमिट हुई महिला को आपरेशन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने ही बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया। ओवर डोज के कारण महिला की मौत हो गयी।

महिला सोनम के पति आयुष्मान ने बताया कि चार दिन पहले पत्नी की डिलीवरी कराने के लिए बर्रा-सात स्थित परिवार कल्याण सेवा संस्थान में पत्नी को भर्ती कराया। अस्पताल का स्टाफ आपरेशन करने के लिए ओटी ले गया। आपरेशन से पहले किसी भी वरीय चिकित्सक को बेहोशी का इंजेक्शन देने के लिए नहीं बुलाया। ओटी में मौजूद नर्सों ने ओवरडोज का इंजेक्शन दे दिया। जिससे उसकी मौत हो गयी।

इस संदर्भ में सोनम के पति अपनी व्यथा के साथ बर्रा थाने गये और सीएमओ से भी मिलने का प्रयास किया लेकिन सभी जगह निराशा ही हाथ लगी। अन्त में परेशान आयुष्मान साउथ डीएसपी के पास शिकायत दर्ज कराने गये। साउथ का यह पहला घटनाक्रम नहीं है। यहां पर सीएमओ कार्यालय की कृपा से दर्जनों अस्पताल मरीजों के जीवन से खेलने का काम कर रहे है।