कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। साकेत नगर के राम लीला मैदान के निकट स्थित ज्योत्सना भवन में डॉ राम कुमार त्रिपाठी की कविताओं का संग्रह ‘गाओ मन के गीत प्रिये’ एवं ‘हर दिशा विकसित कमल ज्यो’ नामक दो पुस्तकों का विमोचन रविवार को किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती वन्दना से हुयी। कवि के ज्येष्ठ पुत्र राकेश शंकर त्रिपाठी ने जीवन परिचय प्रस्तुत किया, साथ ही डॉ अनुजा त्रिपाठी उनके जीवन से जुड़े कई संस्मरण सुनाये। शिक्षाविद डॉ लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ने कहा कि डॉ त्रिपाठी की कविताओं में माटी की महक के साथ राष्ट्र भक्ति व संस्कृति प्राण तत्व है।
सांसद सत्य देव पचौरी ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि डॉ त्रिपाठी की कविताओं की डायरियों की कैद से निकाल कर उनके सुपुत्र राकेश, दिनेश, राजेश, अवधेश, निषेश और बृजेश ने पुस्तकों का रूप देकर सच्ची श्रद्धाजलि दी है। पूर्व मंत्री बाल चन्द्र मिश्रा ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि डॉ त्रिपाठी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। साहित्य में रूचि के साथ समाज सेवा से भी उनका जुडाव रहा।
अतिथि पूर्व महापौर व सांसद कैप्टन जगत वीर सिंह द्रोण ने कहा कि उन्होंने संघ में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया और समाज को दिशा प्रदान की। एमएलसी अरूण पाठक ने कहा कि संघ चालक के रूप में उन्होंने स्वयं सेवको का अत्यधिक ध्यान रखा है।
इस अवसर पर विधायक महेश त्रिवेदी, सुरेन्द्र मैथानी, सरोज कुरील, रवीन्द्र पाटनी, प्रेम अरोड़ा, वीना आर्या, प्रकाश पाल, गौरांग दीक्षित, विकास गुप्ता, लीलाधर, अंकुर दीक्षित, योगेन्द्र सचान सहित अनेक नागरिक मौजूद थे। आभार अवधेश त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनुजा त्रिपाठी ने किया।