सेंट्रल डेस्क। शापूरजी पालोनजी ग्रुप के चेयरमैन पालोनजी मिस्त्री का सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्री में निधन हो गया। वह 93 साल के थे। उनकी कंपनी के टाटा ग्रुप में भी 18.37 % से आसपास शेयर हैं। इसी वजह से वह टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी भी है। पालोनजी मिस्त्री का जन्म 1929 में हुआ। उनके बारे में धारणा है कि वह दुनिया के सबसे गुमनाम अरपति रहे। उनके पास 55 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति का अनुमान है। उनके परिवार में बेटे साइरस मिस्त्री के अलावा दो बेटियां लैला और आलू मिस्त्री हैं। तकरीबन 150 साल से अधिक पुरानी शापूरजी पालोनजी ग्रुप भारत के सबसे बड़े कारोबारी कंपनियों में से एक है।
कंपनी दुनिया के तकरीबन 50 देशों में कारोबार करती है। कंपनी की सफलता का श्रेय एकांतप्रिय अरबपति पालोनजी मिस्त्री को दिया जाता है। ग्रुप का कारोबार इंजीनियरिंग, रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन समेत कई अन्य फील्ड में फैला हुआ है। ग्रुप में 50 हजार के करीब लोग काम करते हैं। पालोनजी भारत के सबसे पुराने अरबपतियों में से एक थे। गुजरात के एक पारसी परिवार में पैदा हुए पालोनजी मिस्त्री नाम के इस बिजनेस टाइकून का बीती रात मुंबई में निधन हो गया।
उन्हें कारोबार जगत में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2016 में पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा गया था। पालोनजी मिस्त्री के बेटे साइरस मिस्त्री को ही एक बार टाटा संस के चेयरमैन पद पर नियुक्त किया गया था। साइरस मिस्त्री 2012 और 2016 के बीच टाटा संस के चेयरमैन के पद पर रहे थे। बाद में विवाद के बाद उन्हें इस पद से हटना पड़ा था। टाटा संस और साइरस मिस्त्री के बीच उठा ये विवाद कोर्ट के दखल के बाद ही समाप्त हो पाया था।