नालंदा : शुरू हुआ सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, लोगों को मिलेगी डायरिया से राहत

बिहारशरीफ

-30 जुलाई तक चलेगा अभियान, 5.5 लाख ओआरएस पैकेट का होगा वितरण
-आशा एवं सेविका बाटेंगी घर-घर ओआरएस एवं ज़िंक टैबलेट

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय : भीषण गर्मी और बरसात की वजह से बच्चों से लेकर बड़े भी डायरिया की गिरफ्त में आ रहे हैं । जिससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 15 से 30 जुलाई तक राज्य में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा चलाने का निर्देश दिया है। इसके मद्देनजर शुक्रवार को जिला मुख्यालय के आंगनबा ड़ी केंद्र संख्या -42 , कागजी मोहल्ला पर आईडीसीएफ कार्यक्रम का उदघाटन किया गया। इस अवसर पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. राम कुमार प्रसाद, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेन्द्र चौधरी सादर प्रखण्ड के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बलराम कुमार, यूनिसेफ़ के धीरज कुमार , अफजल, चंद्रभूषण सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि व चिकित्सा कर्मी भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का उदघाटन करते हुये डॉ. राम कुमार ने बताया डायरिया से होने वाली शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी लाने, सामुदायिक स्तर पर ओआरएस एवं जिंक की उपलब्धता को बढ़ाने एवं डायरिया प्रबंधन को मजबूत करने के उद्देश्य से जिले में सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके अलावा साफ़ सफाई से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जागरूकता लाना भी इस पखवाड़े का अभिन्न अंग है। इसके लिए आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के सभी 0 से पांच वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों को दस्त के बारे में जानकरी देंगी एवं इसकी रोकथाम के लिए ओआरएस पैकेट और अवश्यकता अनुसार ज़िंक टै बलेट भी वितरित करेंगी।

इससे बच्चों में उल्टी व दस्त आदि की रोकथाम की जा सकेगी। साथ ही उनके पोषण को लेकर भी माताओं को जागरूक किया जाएगा। बच्चे के छह माह से ज्यादा होने पर उसे ऊपरी अल्पाहार और उसके बाद के बच्चों को पूर्ण आहार देने का तरीका और महत्व बताया जाएगा।

5 लाख से अधिक ओआरएस पैकेट का होगा वितरण :
पूरे पखवाड़े के दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा जिले के कुल 6 लाख 92 हजार 939 घरों में 5,50,994 ओआरएस के पैकेट बांटे जाएंगे। जिनसे जिले की 34लाख 64 हजार 696 लोगों को डायरिया जैसे गंभीर रोग से राहत मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।कार्यक्रम के दौरान वाल लेखन, माइकिंग एवं अन्य साधनों की सहायता से समुदाय को डायरिया के लक्षणों एवं इनसे बचाव की जानकारी देकर जागरूक करने का कार्य चलाया जाएगा।

कार्यकर्ता द्वारा किया जाएगा स्वच्छता के प्रति जागरूक :
डॉ. राजेन्द्र चौधरी ने बताया पूरे पखवाड़े के दौरान कार्यकर्ता न सिर्फ डायरिया की दवा और बचाव की जानकारी देंगे बल्कि साफ सफाई के प्रति भी लोगों को जागरूक करेंगे । उन्होंने बताया डायरिया की सम्पूर्ण रोकथाम के लिए साफ सफाई भी बेहद जरूरी है। डायरिया जीवाणु व विषाणु संक्रमण के कारण तो होता ही है। साथ हीं लंबे समय से बर्तनों में भरा या दूषित पानी और गंदगी भी इनके मुख्य कारणों में हैं। दस्त की रोकथाम के लिए साफ व स्वच्छ पानी पीना, समय समय पर हाथों को अच्छे से साबुन से हाथ धोना, साफ सफाई का ख्याल रखने का अहम योगदान होता है। इन आदतों को अगर लोग अपनाएंगे और बच्चों में शुरू से इसकी आदत डालेंगे तो इसका दूरगामी परिणाम होगा।

लक्षणो को रखें याद :
 पानी जैसा लगातार मल का होना
 बार बार उल्टी होना
 अत्यधिक प्यास का लगना
 पानी न पी पाना
 दस्त के साथ बुखार का होना
 मल में खून आना