सहकारिता व किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ने विभाग से लगाई गुहार
नौतन/उज्जवल भारतद्वाज। लगातार पड़ रही तेज गर्मी व हो रहे सुखाड़ को लेकर किसान परेशान हैं ।धान के खेतों में सुखा पड़ने से दरारें पड़ गई है।ऐसे में फसलों में पानी देने को लेकर किसान परेशान हैं।प्रखंड क्षेत्र में सरकार द्वारा लगाए गए दर्जनों नलकुप खराब होने से नकारा साबित हो रहे हैं। जिससे किसानों के फसलों में ससमय पानी नहीं मिल रहा है।
जदयू सहकारिता व किसान प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हृदयानंद सिंह ने सरकारी विभाग से खराब व बंद पड़े नलकुपो को चालु करानें की मांग किया है। बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के द्वारा किसान भाइयों के लिए हर खेत पर सिंचाई की व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए पश्चिम चंपारण बेतिया में लघु जल संसाधन विभाग द्वारा सैकड़ो नल कूप की व्यवस्था करोड़ों रुपया के खर्चे से लगाया गया है । लेकिन कोई नलकुप सही नहीं है ।जिससे की इस सुखाड़ के समय किसान अपने धान के फसल को सिच सके।इसको लेकर किसान बहुत ही चिंतित हैं।
बारिश नहीं होने के कारण धान का फसल बर्बाद हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में चंपारण का किसान किसी तरह व्यवस्था कर अपने धान के फसल का सिंचाई कर उसे बचाने में लगे हैं। जबकि बिहार सरकार के द्वारा लघु जल संसाधन विभाग के माध्यम से नलकूप लगा दिया गया। लेकिन बेतिया लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता कनीय अभियंता सहायक अभियंता के उदासीन रवैया के कारण चंपारण के सैकड़ों नलकूप बंद पड़ा हुआ है।
अध्यक्ष ने कहा वे कई नलकूपों का निरीक्षण किये जहां सभी नलकूप बंद मिले। जिससे किसानो के खेत की सिंचाई नहीं हो रही है। कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों के उदासीनता के कारण इतनी बड़ी महत्वकांक्षी योजना हर खेत की सिंचाई की व्यवस्था दम तोड़ रही है। इसे स्पष्ट होता है कि लघु जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के मिलीभगत से सरकार को बदनाम करने के नियत से यह सारे नलकूप बंद पड़े हुए हैं । उन्होंने जिला पदाधिकारी से अपील करते हुए बंद पड़े सभी नलकूपों को चालू कराने की अपील किया। ताकि किसानो को उचित सिंचाई की सुविधा मिल सके।
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