महापौर ने जर्जर भवनों को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक, 221 जर्जर मकान मालिकों को दी जा चुकी है नोटिस

उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। महापौर प्रमिला पांडेय ने कानपुर में जर्जर भवनों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि ऐसे भवनों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जाए। महापौर ने बताया कि 5 अगस्त तक सभी जोनल अभियंताओं से रिपोर्ट मांगी गई है। बैठक में सामने आया कि अब तक सभी 6 जोन में 221 जर्जर मकान मालिकों को नोटिस दी जा चुकी है। जबकि 429 भवनों को जर्जर घोषित किया जा चुका है।

महापौर ने कहा कि ध्वस्तीकरण का धन नगर निगम व पुलिस विभाग में जमा होने पर नगर निगम उसे ध्वस्त करता है। अगर धन जमा नहीं किया जाता है, तो वह खुद गिराते हैं। महापौर ने निर्देश दिए कि सभी जोनल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण करा लें, जो अति जर्जर हैं उसे गिराए जाने की कार्यवाही के लिए मेरे साथ टीम लेकर चलें। साथ ही कहा कि ईदगाह में अतिक्रमण हो रहा है, उसे गिराए जाने की कार्रवाई कराई जाए।

जोनल अधिकारियों ने जवाब में कहा कि जोन-1 के गिराऊ मकानों के बारे में जेई सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि सभी गिराऊ भवनों के मालिका को नोटिस जा चुकी है। जोन-2 चीफ इंजीनियर एसके सिंह बताया कि पांच जर्जर भवन हैं, जिसमें एक गिरा दिया गया है और चार बाकी हैं। जोन-3 के एई नानक चन्द्र ने बताया कि 40 जर्जर भवन हैं, सभी को नोटिस दिया जा चुका है, जिसमें चीन अति जर्जर हैं।

जोन-4 एई सतीश चन्द्र कमल ने बताया कि 120 जर्जर भवन हैं। जोन-5 अभियंता आरके सिंह ने बताया कि 11 जर्जर भवन हैं, जिसमें ज्यादातर किराएदार और मकान मालिक का आपसी विवाद है। जोन-6 चीफ इंजीनियर रमेश कुमार पाल ने कहा कि 12 जर्जर भवन हैं, सभी को नोटिस जा चुकी है, 4 गिरा दी गई हैं।