बंडा, चंद्रकांत दीक्षित। नगर पंचायत बंडा में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध के बावजूद भी धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। लेकिन नगर पंचायत के जिम्मेदार कर्मचारीयों को इतना समय ही नहीं है कि सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादों की बिक्री और उपयोग को रोकें। पूरे देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के उत्पादों की बिक्री व उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रतिबंध के एक माह बीत जाने के बाद भी नगर पंचायत बंडा में सिंगल यूज प्लास्टिक अभी चलन में है। नतीजतन प्लास्टिक के उत्पादों के ढेर जगह जगह मिल रहे हैं। साप्ताहिक बाजार से लेकर आम दिनों में भी जमकर प्रतिबंधित प्लास्टिक की बिक्री व उपयोग हो रहा है। इससे पहले नगर पंचायत कर्मचारियों ने तीन जुलाई को अभियान के दौरान मुख्य चौराहे पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की शपथ खायी थी लेकिन नगर पंचायत के कर्मचारी अपनी ही शपथ का मान नहीं रख पा रहे हैं।
‘स्वच्छ बंडा सुंदर बंडा ‘ दीवारों पर लिखा स्लोगन सिर्फ पढ़ने में ही अच्छा लगता है। प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक का चलन रोकने में नगर पंचायत के कर्मचारी असफल साबित हो रहे हैं। दुकानदारों के जरिए प्रतिबंधित प्लास्टिक लोगों के घरों तक पहुंच रही हैं। जिससे मोहल्ले की नालियों में प्लास्टिक जमा हो जाती है।
सिंगल यूज प्लास्टिक के बैन के कुछ दिनों तक सरकारी आदेशों को सिर माथे लेकर अभियानों के दौरान दुकानों और साप्ताहिक बाजार से सिंगल यूज प्लास्टिक जब्त कर कड़ी हिदायत दी थी। लेकिन चंद दिनों बाद ही नगर पंचायत कर्माचारियों का अभियान दम तोड गया। गली मोहल्लों से लेकर बाजारों , रेहड़ियों पर बेरोक टोक प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग जारी है। जिम्मेदार सबकुछ जानकर भी अनजान बने हुए हैं।