कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। कानपुर में नई सड़क हिंसा में दो युवकों को साक्ष्यों के आधार पर जेल से रिहा कर दिया गया। चार अन्य को रिहा करने के आदेश में कुछ तकनीकी गलती है, जिसका सुधार किया जाएगा, उसके बाद ये लोग भी जेल से रिहा किए जाएंगे। इस दौरान जेल भेजे गए 24 लोगों के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर दावा किया था कि वह निर्दोष हैं।
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने इन सभी प्रार्थना पत्रों को संज्ञान में लेकर जांच की, जिसमें सामने आया कि छह ऐसे लोग हैं, जिनके खिलाफ सुबूत नहीं हैं। पुलिस ने इस संबंध में सीआरपीसी 169 के तहत कार्रवाई कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी। कोर्ट के आदेश पर बुधवार को शानू लफ्फाज व शारिक अहमद को रिहा कर दिया गया।
जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि अन्य चार मोहम्मद सरताज, सरफराज, मोहम्मद आकिल व मोहम्मद नासिर का जो आदेश आया है उसमें संशोधन होना है। कल उनके दस्तावेज कोर्ट भेजे जाएंगे, उसके बाद उनकी रिहाई की कार्रवाई शुरू होगी। बता दें कि तीन जून को नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद बवाल हुआ था। पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज कर की थी, जिसमें अब तक 62 लोगों को जेल भेजा जा चुका है।
जानिए जेल से रिहा युवकों ने क्या कहा
जेल से रिहा हुए शारिक अहमद ने कहा कि बवाल वाले दिन उन्होंने फेथफुलगंज स्थित मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ी थी। उसके बाद घर आ गए थे। बवाल की जानकारी हुई तो घर से बाहर नहीं निकला। शारिक ने कहा कि मैं आज तक थाने नहीं गया था, लेकिन पांच जून को पुलिस ने मुझे बुलाया। दूसरे दिन जेल भेज दिया। जेल जाने के बाद उम्मीद खत्म हो गई थी। लग रहा था कि अब जीवन बर्बाद हो गया है। बचना मुश्किल है, लेकिन घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में मुझे बचा लिया। उसी से बेगुनाही साबित हुई। शारिक पेशे से टेलर हैं।
वहीं शानू लफ्फाज पर कई केस दर्ज हैं। वह भी बुधवार को जेल से रिहा हुआ। उसने बताया कि बवाल के बाद बेकनगंज थाने के सिपाही अमित ने फोन कर बुलाया था। पहले बेकनगंज और फिर कोतवाली ले गए। दूसरे दिन लिखापढ़ी कर जेल भेज दिया था। जांच में सामने आया कि उसके घर के पास लगे कैमरों में वह वारदात के वक्त मौजूद था। इसलिए वह इस मामले में निर्दोष साबित हुआ। तभी पुलिस ने रिहाई की कार्रवाई की।
47 के खिलाफ लगाई चार्जशीट
बेकनगंज थाने में कुल तीन केस दर्ज किए गए थे। पांच दर्जन आरोपी जेल भेजे गए थे। डीसीपी पूर्वी ने बताया कि अब तक 47 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा हाजी वसी, मुख्तार बाबा समेत तीन आरोपियों पर एनएसए लगाने की भी तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक इन सभी की फाइलें तैयार हो चुकी हैं। जैसे ही उनकी जमानतें खारिज होंगे वैसे ही पुलिस इसमें कार्रवाई शुरू कर देगी।