कानपुर, बीपी डेस्क। कानपुर नगर निगम अब अपने सभी वाहनों पर GPS ट्रैकिंग डिवाइस लगा रहा है। इसको लेकर काम भी शुरू हो गया है। सरकारी वाहनों में डीजल चोरी को रोकने के लिए नगर निगम ने कई बार कड़े कदम उठाए हैं, लेकिन हर बार फेल साबित हुआ। इस बार तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। 281 गाड़ियों में GPS लगाया जा चुका है।
नगर निगम रबिश विभाग प्रभारी रहमान ने बताया कि इस बार 27 लाख रुपए से दिल्ली की कंपनी को टेंडर दिया गया है। नगर निगम अपने सभी 420 वाहनों पर जीपीएस लगा रहा है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए नगर आयुक्त के ऑफिस में भी एक स्क्रीन लगाई जाएगी। गाड़ी दिनभर में कितनी चली, इसकी जानकारी भी मिलेगी। बता दें कि नगर निगम हर महीने करीब 3 से साढ़े 3 करोड़ रुपए डीजल में खर्च करता है।
हर एक पल की मिलेगी जानकारी
के मुताबिक इस बार जो जीपीएस लगाया जा रहा है वो काफी एडवांस्ड है। इसमें गाड़ी का इग्निशन स्टार्ट होते ही स्क्रीन पर जानकारी आनी शुरू हो जाएगी। गाड़ी की स्पीड की रियल टाइम मॉनिटरिंग, गाड़ी की लोकेशन के अलावा गाड़ी कब से नहीं चली, सर्विस, गड़बड़ी समेत अन्य जानकारियां डिजिटली अपडेट होती जाएंगी। नगर निगम उन गाड़ियों में ही GPS लगवा रहा है, जिनका संचालन वो खुद करता है।
नगर निगम में कई अधिकारियों को गाड़ियां अलॉट हैं। वे सरकारी डीजल का जमकर दुरुपयोग करते हैं। काम के अलावा अपने व्यक्तिगत कामों के लिए भी गाड़ियों का यूज करते हैं। अब नगर निगम की बोलेरो और इनोवा गाड़ियों पर भी जीपीएस लगाया जा रहा है। इससे अधिकारियों की भी मॉनिटरिंग हो सकेगी और डीजल की फिजूलखर्ची रुकेगी।