मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोचहां के सेमिनार हॉल में आज स्तनपान सप्ताह के अंतिम दिन बेबी हेल्दी सो का आयोजन किया गया जिसमें हेल्दी बच्चों को उनकी देखभाल करने के लिए अभिभावकों को हेल्दी टूल किट्स मुहैया कराई गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अतुल कुमार ने किया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक डॉ विनोद कुमार ने बताया कि स्तनपान करने से शारीरिक, आर्थिक, समाजिक एवं नैतिकता का सर्वांगीण विकास होता है। बच्चा जन्म लेते ही मां के स्तन का जो पहला दूध होता है वह आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से पीयूष कहलाता है।, उसका मतलब अमृत होता है। बच्चों को जन्म लेते यह अमृत पान अवश्य कराना चाहिए।
यदि मां के दूध मैं किसी प्रकार की विकृति आ जाए तो ऐसी अवस्था में बकरी का दूध एवं गौ दूध का सेवन करना चाहिए। मां के दूध की विकृति दूर करने के लिए सोया, सतावर मंगरेला, गुड ,हल्दी ,अष्ट वर्ग से बनी औषधि का सेवन कराने से हेल्दी दूध के साथ साथ मां एवम बच्चों का स्वास्थ ठीक रहता है। उन्होने बताया कि आज जो स्तन कैंसर की समस्याएं हैं वह स्तनपान न कराने के कारण महिलाओं में देखा जा रहा है। इससे बचने के लिए अपने बच्चों को अमृत तुल्य मां का दूध अवश्य पिलावें । ऐसा करके माताएंआने वाले समय में बच्चों को बीमारी के साथ-साथ खुद को भी खतरनाक व्याधि से बचा सकती है।