नालंदा : 102 एंबुलेंस सेवा होगी और ज्यादा सुदृढ

नालंदा बिहार

स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और सुविधाजनक बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत
एंबुलेंस सेवा की होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग
नालंदा जिला को मिले 20 एंबुलेंस

बिहारशरीफ, अविनाश पांडेय। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और सुविधाजनक बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। अब जिले के सभी नागरिकों को नि: शुल्क एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड के माध्यम से 1000 एंबुलेंस का क्रय किया गया है। इनमें 534 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस एवं 466 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का क्रय किया गया है। प्रथम चरण में नालंदा जिला को 20 एंबुलेंस आवंटित किये गए हैं। इनमे 11 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस एवं 9 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं।

एंबुलेंस सेवा की होगी ऑनलाइन मॉनिटरिंग:
एंबुलेंस सेवा 102 को ऑनलाइन लाइव भी किया जा रहा है। मरीजों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए एक नया मोबाइल एप लॉन्च किया गया है। जिसके तहत राष्ट्रीय 102 एंबुलेंस सेवा की निगरानी की जायेगी। इस एप्लीकेशन से अधिकारी एम्बुलेंस की रियल टाइम ट्रैकिंग कर सकेंगे। 102 एंबुलेंस अब आसानी से हर किसी के लिए सुलभ होगी। लाइव लोकेशन ट्रेस करने के लिए इन्हें मोबाइल एप से जोड़ा जा रहा है। इसके माध्यम से पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही एंबुलेंस के लिए कॉल करने वालों को मिलती रहेगी।

एंबुलेंस की लाइव लोकेशन रहेगी उपलब्ध
जैसे ही कोई मरीज या परिजन 102 एंबुलेंस के लिए कॉल करेगा, संबंधित के पास मैसेज चला जाएगा। इसमें चालक, टेक्नीशियन के मोबाइल नंबर, एंबुलेंस के नंबर लिंक होंगे. इस लिंक को खोलने पर एंबुलेंस की लाइव लोकेशन मिलती रहेगी। टेक्नीशियन को भी मरीज के पास पहुंचने पर संबंधित जानकारी एप पर डालनी होगी। साथ ही किस अस्पताल में ले जा रहे हैं, यह भी विवरण दर्ज कराना होगा। एंबुलेंस में पहले से जीपीएस लगा है।इस मोबाइल एप से निगरानी और बेहतर होने की उम्मीद जताई जा रही है।

समस्या का होगा निवारण
कई बार एंबुलेंस मरीज तक नहीं पहुंच पाती है, जिससे मरीज को समय से इलाज नहीं मिल पाता है। ऐसे में मरीज या तीमारदार को बार-बार फोन करना पड़ता है, लेकिन फोन रिसीव करने वाला व्यक्ति भी उन्हें एंबुलेंस की सही लोकेशन नहीं बता पाता था। अब एप की सुविधा शुरू होने के बाद यह समस्या खत्म हो गयी है।

एंबुलेंस सेवा गुणवत्ता में सुधार लाने का प्रयास
पहले एईएस, वरिष्ठ नागरिकों, प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवती महिलाओं को, प्राइमरी हेल्थ होल्ड, कालाजार और परिवार नियोजन के लिए ही नि:शुल्क एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध थी, लेकिन यह महसूस किया गया कि इन रोगों के अलावा कई अन्य रोगों में भी आपातकाल परिस्थिति में अस्पताल तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस की जरूरत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए वर्तमान समय में सभी श्रेणी के गंभीर बीमारियों से पीडि़त रोगियों के लिए एम्बुलेंस अस्पताल तक उपलब्ध है। विभाग का प्रयास है कि एम्बुलेंस सेवा की गुणवत्ता को सुदृढ़ कर आपातकाल परिस्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जाये।