पटना, शिवानन्द गिरी। बिहार में अब कॉलेज के प्रोफेसरों की बहाली जल्द होगी। वर्षों से कमी के कारण लोग न सिर्फ परेशान थे बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी असर पर रहा था। बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की सीधी भर्ती होगी. इसके लिए शिक्षा विभाग सैद्धांतिक तौर पर तैयार हो गया है. शिक्षा विभाग इस मामले में सभी विश्वविद्यालयों से रिक्तियां तलब करने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक उच्च शिक्षा निदेशालय के मुताबिक विश्वविद्यालयों से सीधी भर्ती योग्य पदों की जानकारी साक्ष्य सहित मांगी गयी है.
दो दशक से अधिक समय से खाली हैं पद
यह वह पद हैं, जो पहले ही सृजित किये जा चुके हैं. दो दशक से अधिक समय से खाली हैं. अभी तक इन पदों को प्रमोशन से भरा जाता है. बिहार में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर नियुक्तियां 1978 के बाद से अब तक नहीं हुई हैं. एक अन्य जानकारी के मुताबिक बिहार के विश्वविद्यालयों में सीनियर प्रोफेसर पद का सृजन किया गया है.
हालांकि उनकी भर्ती प्रक्रिया एक विशेष बोर्ड के जरिये की जायेगी. बिहार में अभी तक सहायक प्राध्यापक पद के लिए सीधी भर्ती होती रही हैं. प्रदेश की प्रशासी पद वर्ग समिति ने पांच विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक वर्ग के 459 पद सृजित किये गये हैं.
कैबिनेट से अनुमति मिलने के बाद होंगी नियुक्तियां
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में विभिन्न कोटि के 144, मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए 151, पूर्णिया के लिए 148, पटना विवि के 16 पद सृजित किये गये हैं. हालांकि इन सभी पर नियुक्तियां कैबिनेट से अनुमति मिलने के बाद होंगी.
प्रदेश में शुरू से लेकर अब तक 10840 पद सृजित किये गये हैं. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ रेखा कुमारी ने बताया कि निकट भविष्य में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर पदों पर सीधी बहाली होगी. इसके लिए विश्वविद्यालयों से जल्दी ही रिक्तियां मांगी जा रही हैं.
गैर शैक्षणिक पदों को भी मंजूरी
इससे गुणवत्ता पूर्णशिक्षा को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों को भी मंजूरी दी गयी है. सरकार के इस फैसले से एक ओर जहां खाली पड़े पद भरे जायेंगे, वहीं पदोन्नति चाहनेवालों को भी इच्छा पूरी होगी.