पटना, शिवानंद गिरि। बिहार सरकार अब प्राकृतिक ऊर्जा स्रोतों पर काम करना शुरू कर दिया है।इसके तहत अब बिहार में दो जगह प्लांट लगा कर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन किया जाएगा।सरकार के इस प्रस्ताव को बिहार में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एक नया कदम बताया जा रहा है।
बिहार के लखीसराय जिले के कजरा और भागलपुर जिले के पीरपैंती में सोलर पावर प्लांट बनाने के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी ने सोलर पावर प्लांट का डीपीआर बनाने के लिए टेंडर निकाला है। 2 सितंबर को एजेंसी का चयन किया जाएगा। पावर जेनरेशन कंपनी द्वारा चयनित एजेंसी स्थल निरीक्षण कर 450 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाले प्लांट का डीपीआर तैयार करेगी। इसके बाद निर्माण के लिए एजेंसी का चयन होगा।
बिहार बिजली बोर्ड के सीएमडी संजीव हंस ने बताया कि के कजरा में 250 मेगावाट और पीरपैंती में 200 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट बनेगा। इसका निर्माण कार्य बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी कर रही है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी को कांटी और बरौनी थर्मल पावर प्लांट हस्तांतरित होने के बाद बिहार के पास खुद का बिजली उत्पादन शून्य हो गया था। इसके बाद राज्य सरकार ने अक्षय उर्जा को बढ़ावा देने के लिए कजरा और पीरपैंती में सोलर पावर प्लांट बनाने का निर्णय लिया था।
सीएमडी के अनुसार इन प्लांटों से बिजली उत्पादन का सीधा फायदा बिहार को मिलेगा क्योंकि केंद्र सरकार ने सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने की योजना बनायी है। रिन्यूबल पर्चेज ऑब्लिगेशन के तहत सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना आवश्यक है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी ने कजरा और पीरपैंती के साथ राज्य के बड़े नहर और डैम पर सोलर पावर प्लांट लगाने पर पर मंथन शुरू कर दिया है।