कानपुर : वायुसेना अग्निवीरों के फिजिकल टेस्ट आज से शुरू, 6 दिन में 500 लोगों का होगा टेस्ट

कानपुर

कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। वायुसेना अग्निवीरों के फिजिकल टेस्ट कानपुर में आज से शुरू हो गया है। चकेरी स्थित एयरफोर्स स्टेशन में आज से 26 अगस्त तक रोज 500 कैंडिडेट का फिजिकल टेस्ट किया जाएगा। 24 से 31 जुलाई तक 17 सेंटर्स पर हुए एग्जाम में 10 हजार कैंडिडेट बैठे थे। इनमें 3 हजार लोगों ने परीक्षा पास की है। 6 दिनों तक रोज 500 कैंडिडेट्स का फिजिकल टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद तुरंत मेडिकल टेस्ट भी होगा।

सेना में भर्ती के लिए देश में सबसे पहले कानपुर एयरफोर्स ने ऑनलाइन एग्जाम का आयोजन किया था। एयरफोर्स में अग्निवीरों का पहला बैच भी कानपुर से ही निकलेगा। अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया का सेकंड फेज कानपुर में आज से शुरू होने जा रही है। पास हुए करीब 3 हजार सफल कैंडिडेट्स को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया है।

अग्निवीर भर्ती के लिए फिजिकल टेस्ट देकर बाहर निकले सत्यम मिश्रा ने बताया कि टेस्ट काफी हार्ड रहा है। कम वैकेंसी में ज्यादा लोगों ने अप्लाई किया है। यह देश कि सेवा का बेहतर मौका है। कन्नौज से राजकुमार पौडवाल अपने बेटे को फिजिकल टेस्ट दिलाने आए थे।उन्होंने कहा कि सरकार की पहल अच्छी है। कुछ युवाओं को रोजगार तो मिलेगा।

बता दें कि इंडियन एयरफोर्स के एओसी कानपुर नगर एयर कमांडर पीएस गंगोपाध्याय की उपस्थिति में एयरफोर्स स्टेशन में DM विशाख जी. के साथ बुधवार को मीटिंग हुई थी। इसमें बताया गया था कि हर दिन 500 कैंडिडेट्स का फिजिकल टेस्ट होगा। बता दें कि कानपुर में 24 जुलाई से 31 जुलाई तक 17 सेंटर पर करीब 10 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने एग्जाम दिया था।

सुबह से एयरफोर्स स्टेशन के बाहर कैंडिडेट्स पहुंच गए थे। सभी अपने नंबर के इंतजार में बैठे दिखे। बरेली के शितांशु ने बताया कि वह अपने छोटे भाई को फिजिकल टेस्ट दिलाने के लिए कल रात ही आ गए थे। उन्होंने बताया कि आज सुबह से फिजिकल टेस्ट के लिए सभी युवक वायु सेना स्टेशन के बाहर बैठे हैं।

अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में कोताही न हो, इसको लेकर जिला प्रशासन से लेकर एयरफोर्स पूरी तरह से मुस्तैद दिखी। सुबह से ही एयरफोर्स स्टेशन के बाहर पुलिस फोर्स निगरानी बनाए रही। एयर फोर्स स्टेशन के अंदर सिर्फ चयनित हुए जवानों को ही जाने की इजाजत दी गई। उनके साथ आए घर वालों और रिश्तेदारों को भी बाहर ही रोक दिया गया। उनके बैठने और पीने के पानी का इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा कराया गया।