बीपी स्पोर्ट्स डेस्क। अंतरराष्ट्रीय फुटबाल को संचालित करने वाली संस्था फीफा द्वारा अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ को निलंबित किए जाने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने एआईएफएफ के प्रबंधन के लिए गठित सीओए को रद कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि फीफा द्वारा एआईएफएफ के निलंबन को रद्द करने और भारत में अंडर -17 फीफा विश्व कप आयोजित करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भारत की टीमों की भागीदारी की अनुमति देने के लिए वह यह आदेश पारित कर रहा है।
सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शीर्ष अदालत को बताया कि फीफा ने इलेक्टोरल कॉलेज पर चिंता व्यक्त की है। हमारा रुख था कि खिलाड़ियों को वोट देने वाली कार्यकारी समिति का हिस्सा होना चाहिए और हम प्रस्ताव करते हैं कि निर्वाचित कार्यकारी निकाय में 25 फीसदी प्रख्यात खिलाड़ी होंगे।
कोर्ट ने पूछा है कि क्या सीओए ने आज काम करना बंद कर दिया, तो आज से लेकर विश्व कप तक प्रशासन कौन संभालेगा? इस पर एसजी मेहता का कहना है कि अगर सीओए का अस्तित्व समाप्त हो जाता है तो महासचिव कार्य कर सकते हैं। इसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया।
इसके पहले 16 अगस्त को फीफा (International Federation of Association Football) ने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को निलंबित कर दिया था। गौरतलब है कि फीफा ने थर्ड पार्टी के अनुचित प्रभाव का हवाला देते हुए भारत के फुटबॉल फेडरेशन को सस्पेंड किया था। फीफा ने अक्टूबर में भारत में होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 की मेजबानी भी AIFF से छीन ली थी।
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