Shahjahanpur : नौकरी का झांसा देकर नाबालिग लड़की के साथ अस्पताल संचालक ने अपने साथियों के साथ किया गैंगरेप

उत्तर प्रदेश
  • पीड़ित ने मिर्जापुर थाने में आरोपियों के खिलाफ दी तहरीर
  • अस्पताल संचालक रत्नेश व उसके साथी गौरीशंकर और प्रिंस ने नाबालिग के साथ किया गैंगरेप

Kalan/Shahjahanpur, Beforeprint। नौकरी देने के बहाने अस्पताल संचालक ने नाबालिग लड़की को बुलाकर अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया।पीड़ित लड़की ने मिर्जापुर कोतवाली पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है।वहीं मिर्जापुर पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है। शिव हॉस्पिटल के संचालक रत्नेश सिंह ने लखनऊ निवासी एक नाबालिग लड़की को नौकरी देने के नाम पर बुलाया। जहां उसे अस्पताल दिखाने के बहाने मिर्जापुर लेकर गये।

मिर्जापुर से कुछ दूरी पहले एक सुनसान जगह पर गाड़ी रोककर इंटरव्यू के बहाने तमंचे के बल पर उसके साथ रत्नेश सिंह व उसके साथी गौरीशंकर और प्रिंस ने बारी बारी से उसके साथ दुराचार किया।जब लड़की ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो अस्पताल संचालक और उसके साथियों ने लड़की के साथ मारपीट की और दोवारा वापस आने पर या कहीं शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी।

पीड़िता ने बताया कि लगभग दो माह पूर्व रत्नेश सिंह से उसकी मुलाकात लखनऊ में हुई थी।जहां पर रत्नेश ने पीड़िता से बातचीत के दौरान क्या करती हो कहाँ रहती हो जैसी बातें पूछी तो पीड़िता ने कहा कि वह नौकरी की ही तलाश में है तो रत्नेश सिंह ने कहा कि उसके कई अस्पताल चलते हैं जिनमे नर्स की नौकरी के लिए 12000 हजार रुपये प्रति माह वेतन व रहना और खाना फ्री है यदि नौकरी करनी है तो विजिटिंग कार्ड देते हुए कहा कि जब मर्जी हो इस पते पर आ जाना उस दौरान रत्नेश सिंह ने लड़की का नम्बर मांगा लेकिन लड़की के पास फोन नही था

24 अगस्त को लड़की नौकरी के लिए रत्नेश सिंह द्वारा बताए गये पते पर याकूबपुर पहुंची और शिव हॉस्पिटल के बारे में वहां खड़े दो युवकों से पूछा तो युवकों ने पीड़िता से कहा कि रत्नेश सिंह को फोन कर लो तो पीड़िता ने कहा कि उसके पास फोन नही है। तो उक्त दोनों युवकों ने अपने फोन से हैंडफ्री कर के रत्नेश से बात की और पीड़िता के बारे में बताया तो उक्त रत्नेश ने कहा कि वह मिर्जापुर के लिए निकल रहा है।

अभी हॉस्पिटल से कुछ आगे ही है।तुम इस को लेकर यहां आ जाओ इसे मिर्जापुर का अस्पताल भी दिखा देंगे तभी उक्त दोनों युवक उसे लेकर ई रिक्शा से रत्नेश के पास लेकर पहुंचे तभी रत्नेश ने उसको आगे बाली सीट पर बैठा लिया और उक्त दोनों युवकों गौरीशंकर और प्रिंस को यह कहकर पीछे बाली सीट पर बैठा लिया कि चलो तुमको भी मिर्जापुर बाला अस्पताल दिखाते हैं।इसके बाद गाड़ी मिर्जापुर के लिए रवाना हो गई।जैसे गाड़ी फिर से शाहजहांपुर पुनः आगमन बाले बड़े बोर्ड के पास पहुंची जिसके पास एक पेट्रोल पम्प भी था।

उससे कुछ किलोमीटर आगे चलकर गाड़ी को कच्चे रास्ते पर मोड़ दिया और एक सूनसान जगह पर गाड़ी खड़ी कर के कहा कि पहले तुम्हारा इंटरव्यू लेंगे अपने कपडे उतारो जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो मोटे बाले लड़के ने तमंचा निकाल कर उसके ऊपर सीधा कर दिया। तभी रत्नेश ने उसके साथ दुराचार करना शुरू कर दिया।उसके बाद नाटे बाले लड़के ने दुराचार किया अंत मे मोटे बाले ने तमंचा नाटे बाले को पकड़ा दिया और खुद दुराचार किया।इस दौरान रत्नेश एक युवक को गौरीशंकर और एक को प्रिंस कहकर बात कर रहे थे।

पीड़िता की हालत खराब होने लगी।तब पीड़िता ने कहा कि वह इसकी शिकायत पुलिस से करेगी तो रत्नेश और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट की और गाड़ी की पीछे बाली सीट पर डाल लिया और मोटे बाले युवक ने उसके ऊपर तमंचा सीधा कर दिया तभी नाटे बाले युवक ने कहा कि यदि यह चिल्लाए तो गोली मार देना और उक्त तीनों लोग उसे लेकर बरेली मोड़ आये। जहां उसे एक बस में बैठाते हुए कहा कि दोबारा इधर आई या कहीं शिकायत की तो जान से मार दूंगा।

पीड़िता ने लखनऊ पहुंचकर यह बात अपनी मित्र से कही। तो उसकी ने उसे साहस बंधाते हुए कहा कि तुम परेशान न हो तुम्हे न्याय मिलेगा।तुम चुपचाप मिर्जापुर थाने में तहरीर देकर आओ इसके बाद मुख्यमंत्री दरबार मे पेश करवाकर तुमको न्याय दिलाया जायेगा।पीड़िता ने आज मिर्जापुर कोतवाली पहुंच कर आरोपी अस्पताल संचालक रत्नेश सिंह और उसके साथी गौरीशंकर और प्रिंस के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।