Purnea:- 01 September (Rajesh Kumar Jha) आज अगर सोशल मीडिया नहीं होता तो शायद युवी के साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती थी.उक्त बातें युवी की माता-पिता के साथ करोड़ों लोगों ने भी समझा की आज सोशल की पहुंच घर-घर तक हो गई है.पहले जो खबरें 24 घण्टे के बाद लोगों तक पहुंचती थी.आज वही खबर मिनटों में पहुंच जाती है.बहरहाल युवी के परिजन सोशल मीडिया को धन्यवाद देते है.बताते चलें सुबह 7 बजकर 30 मिनट में सारांश उर्फ युवी उम्र तीन साल रोज की तरह अपने दादा के साथ स्कूल जाने के लिए घर से निकला.
दादा कुछ लेने बगल में ही एक दुकान पर लेने के लिये गया.जब लौटा तो बच्चा गायब देखा तो काफी खोजबीन के बाद भी बच्चा नहीं मिला तो युवी के पिता ने बच्चे गायब होने की सूचना के साथ बच्चे का फोटो सोशल मीडिया में देते हुए तत्काल इसकी सूचना थाने को भी दी.सोशल मीडिया में बच्चे का फोटो आते साथ ही महज कुछ मिनटों में पूरे शहर बच्चे की फोटो वायरल हो गई.
बच्चे का फोटो वायरल होते ही कुछ ही मिनटों में इसकी सूचना पुलिस और बच्चे के पिता को मिलने लगी.इस बीच पुलिस अधीक्षक दयाशंकर को सभी जानकारी मिली और अगले कुछ ही मिनटों में शुरू हो गया ऑपरेशन युवी.सदर एसडीपीओ एस0 के0 सरोज के साथ दो तेज-तर्रार थानाध्यक्ष के0 हाट सहायक के रंजीत कुमार और मरंगा थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार के साथ टीम बनाकर निकल पड़े ऑपरेशन युवी की बरामदगी में.
कुछ ही देर में पूर्णिया पुलिस अधीक्षक दयाशंकर को किसी ने फोन किया…हैलो सर…बच्चा यहाँ है,जल्दी आइये.पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने तत्काल इस सूचना को सदर एसडीपीओ को दिया.सदर एसडीपीओ की टीम फोन का लोकेशन लिया और अविलंब पहुंच गए फोन के लोकेशन पर और तुरन्त बच्चे को बरामद कर लिया गया.बताते चलें कि युवी को उसके घर के आगे से डीएवी चौक के समीप कौशकी नगर की रहने वाली एक महिला ने उठाया कर लेते आई.घर लाने के बाद बच्चा डर से काफी जोर-जोर से रोने लगा.
उक्त महिला ने बच्चे को चुप कराने के लिये बगल के घर मे जाकर खाने के लिये कुछ मांगने गई तो बगल वाली महिला को कुछ शक हुआ.इतनी देर में उक्त महिला का पति घर पर आया तो बच्चे को देखा तो सब मामला समझते हुए तत्काल पुलिस को सूचना दी.पुलिस ने बिना देरी किये उक्त जगह पर पहुंचकर बच्चे को सकुशल बरामद कर उनके माता-पिता को सौंप दिया