Central Desk : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) की NIA को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है कि कैसे वो देश के पैसे पाकिस्तान (Pakistan) यानी की अपने पास पहुंचाना चाहता. वह उन पैसों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए करना चाहता है. एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक़ दाऊद ने पहले बहुत से अवैध काम अपने गैंग के माध्यम से कराए जो की अब नाम मात्र के रह गए हैं.
फ़ेक इंडियन करंसी नोट यानी की भारतीय चलन के डुप्लीकेट नोट भारतीय मार्केट में उतारकर असली नोट पाकिस्तान पहुंचाने का काम डी कंपनी अब नाम मात्र कर रही है क्योंकि ये मोडस पुरानी चुकी है. वहीं अंडरवर्ल्ड ने ड्रग्स की खेप भी कई बार इंडियन मार्केट में उतारने की कोशिश की ताकि इसके जरिए कमाए गए पैसों को पाकिस्तान मंगवाया जा सके. हालांकि NCB और देश की दूसरी ड्रग्स इनफ़ोर्समेंट एजेंसियों के चलते ये काम भी अंडरवर्ल्ड ने लगभग बंद कर दिया है.
अंडरवर्ल्ड अपने वसूली के फ़ोन कॉल्ज़ की वजह से बहुत चर्चा में रहा करता था पर अब उनके इन कामों पर भी बहुत असर पड़ा है. इसे मुंबई पुलिस की बहुत बड़ी कामयाबी कह सकते हैं.वेपन स्मगलिंग और ह्यूमन ट्रैफ़िकिंग जैसे काम भी अब अंडरवर्ल्ड ने लगभग पूरी तरह से बंद कर दिए हैं.
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक़ अवैध काम करके अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने करोड़ों रुपए कमाए और इन पैसों को मुंबई और ठाणे के रियल इस्टेट में इन्वेस्ट किया गया है. दाऊद का सपना था कि उसने जो अवैध काम किए अब उसके परिवार की यंग ब्रिगेड इसमें ना उलझे और करोड़ों रुपए उसे मिलते रहे जिसे वो ISI या आतंकी संघटना तक भी पहुंचा दिया करे.
सूत्रों में बताया की Rera और बाक़ी के दूसरे नियम आने की वजह से अब बिल्डर ख़रीददरों से ब्लैक मनी नहीं ले पा रहे हैं और अगर वो ले पाते तो ये ब्लेकमनी हवाला के ज़रिए पाकिस्तान में भेजे जाते. सूत्रों ने बताया की कई बिल्डर जो की दाऊद के पाप की कमाई लेकर बैठे हैं उनपर एजेंसियों की नज़र है और इसी वजह से दाऊद की भी जान हलक में अटकी हुई है कि कैसे उसके करोड़ों रुपए को वो पाकिस्तान में लेकर आए.