BP Desk : उत्तर प्रदेश में शिवसेना ने अपने पार्टी संगठन को मजबूत करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. महाराष्ट्र में सरकार गिरने के बाद उद्धव ठाकरे के धड़े वाली शिवसेना अब बीजेपी के साथ समझौता करना चाहती है और वह जानती है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी का काफी दबदबा है. उल्लेखनीय है कि शिवसेना में विद्रोह के बाद दो फाड़ हो गया था, जिससे महाविकास अघाड़ी की सरकार गिर गई थी और एकनाथ शिंदे के धड़े ने बीजेपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी.
उत्तर प्रदेश में शिवसेना अध्यक्ष अनिल सिंह ने संगठन को मजबूत करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. इस प्रयास के तहत 30 जिलों के जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है. इनमें मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, फरुर्खाबाद, नोएडा, बुलंदशहर, कासगंज, फिरोजाबाद, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, मिजार्पुर, अंबेडकर नगर, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, गोंडा, कन्नौज, बहराइच, बस्ती, चंदौली, प्रतापगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर, कौशांबी, बांदा, चित्रकूट, सोनभद्र, प्रयागराज और आगरा का नाम शामिल है.
राज्य के शिवसेना प्रमुख ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक जिले का दौरा करेंगे और एक मजबूत संगठनात्मक संरचना सुनिश्चित करेंगे जो चुनाव लड़ सके. उन्होंने कहा कि शिवसेना इस साल के अंत में होने वाले शहरी नगरपालिका चुनाव भी लड़ेगी. अनिल सिंह ने कहा कि शिवसेना के शीर्ष नेता भी उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं को लामबंद करेंगे.