BeforePrint : प्रोविडेंट फंड ऑफिस कानपुर में सेंट्रल विजिलेंस टीम ने विभागीय जांच शुरू की है। आत्म निर्भर भारत योजना के तहत कई कंपनियों के रजिस्ट्रेशन और पीएफ फंड में घोटाले की बात सामने आई है। इनमें से दो कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है।
बताते चलें कि पिछले दिनों तीन लाख की घूस लेते CBI ने इंफोर्समेंट इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह लाखों का कबाड़ कम दाम में बेचने का मामला भी जांच में सामने आया है। फिलहाल चार सदस्यीय सेंट्रल विजिलेंस टीम मंगलवार को जांच करने में जुटी है।
जाहिद लेदर प्राइवेट लिमिटेड के तीन निदेशकों पर FIR दर्ज हुई है। इन निदेशकों के नाम जाहिद शौकत, राशिक शौकत और शरीफ शौकत है। बताया जा रहा कि लाखों के PF फंड में खेल किया गया है। सेंट्रल विजिलेंस टीम की जांच में सामने आया है कि वास्तविक PF लाभार्थी के बजाय फर्जी लाभार्थियों के खातों में राशि को ट्रांसफर किया गया था।
इसी तरह दूसरा मामला SMC मेन पावर सलूशन कंपनी का सामने आया है। इस कंपनी के निदेशकों के खिलाफ भी धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। कंपनी के डायरेक्टर ललित गुप्ता और मुकुल चौबे पर FIR हुई है। यहां भी लाखों के PF फंड का के घोटाले की बात सामने आई है। इस कंपनी में भी वास्तविक PF लाभार्थी के बजाय फर्जी लाभार्थियों के खातों में रकम ट्रांसफर कराई है। दोनों कंपनियों के खिलाफ काकादेव थाने में धोखाधड़ी की धाराओं में FIR दर्ज हुई है।
वहीं कानपुर प्रोविडेंट फंड कार्यालय में 16 लाख के कबाड़ को मात्र ढाई लाख पर भी बेच दिया गया। जबकि इस कबाड़ का वैल्यूएशन 16 लाख किया गया था। इस कबाड़ की कीमत एक बार 12 लाख लगाकर बेचने की कोशिश की गई थी। इसके बॉस भी इस कबाड़ को कौड़ियों के दाम बेच दिया गया।
दिल्ली से आई सेंट्रल बिजनेस टीम के सामने सबसे ज्यादा गड़बड़ियां केयर टेकर विभाग में देखने को मिली है। इस विभाग की शिकायत भी सबसे ज्यादा सेंट्रल बिजनेस टीम के पास पहुंची हुई है। इस विभाग के सभी दस्तावेज और शिकायत पत्रों पर जांच की जा रही है।
आत्मनिर्भर भारत योजना में भी रजिस्टर्ड हुई कंपनियां जांच के दायरे में है। इन्हीं में से दो कम्पनीयों पर घोटालों पर FIR दर्ज कराई गई है। जांच में सामने आया है कि कोरोना कॉल में दी गई रियायतों और योजना कि स्कीम का कम्पनियो द्वारा गलत इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में सभी कम्पनियो के पीएफ संबधित कार्य प्रणाली को जांच के दायरे में लाया गया है।