Muzaffarpur, Beforeprint : गैंगरेप के प्रयास का विरोध करने पर जिंदा जलाई गई सीतामढ़ी के पुपरी की एक किशोरी ने कल एसकेएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड दिया। वह सीतामढ़ी जिले के पुपरी की रहने वाली थी। उसने एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में इलाज के दोरान दम तोडा। उसके साथ दरिंदगी की घटना बीते 30 अगस्त को घटी थी। मौत से दस घंटे पहले उसने अहियापुर पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया था। इसमें किशोरी ने गांव के ही चार युवकों को नामजद किया था। पुलिस को दिए अपने बयान में किशोरी ने कहा था, ‘सर, विवाद मेरे पिता से था।
फिर दरिंदो ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की? मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलाइएगा। ‘ बेटी की मौत से माता-पिता रोने-बिलखने लगे। स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य ने उन्हें ढांढ़स बंधाया। अहियापुर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उन्हें सौंप दिया। बताते चलें कि बीते रविवार को किशोरी ने पुलिस के समक्ष दिए अपने बयान में बताया था कि गांव के ही कुछ लोगों से उसके परिवार का जमीनी विवाद है।
इसी दुश्मनी को लेकर चारों आरोपित रात में उसे घर से उठाकर खेत में ले गए। फिर सभी ने दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर केरोसिन डाल कर उसके शरीर में आग लगा दी। जिसके बाद इलाज के लिए उसे मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच, में भर्ती कराया गया था। जहां कल उसकी मौत हो गई।