Kanpur, Beforeprint : इस वक्त प्रेसीडेंट होटल विवाद राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सत्ताधारी विधायक के संरक्षण में होटल को कब्जाने की कोशिश करने वाले संचालक को फजलगंज पुलिस ने अरेस्ट करके जेल भेज दिया।
सत्ताधारी विधायक को दांव उल्टा पड़ गया। होटल कब्जाने की शिकायत शासन स्तर पर करने के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर ने एफआईआर दर्ज करके कड़ी कार्रवाई की है। फजलगंज चौराहा पर रतनलाल नगर निवासी अजय डंग और नीरज डंग का प्रेसीडेंट होटल है। इसमें पूर्व कांग्रेसी विधायक के भाई विजय कूपर और संजय कपूर की भी हिस्सेदारी है।
होटल मालिकों ने इसे रंजीत नगर निवासी चरनजीत सिंह उर्फ बंटी सरदार को लीज पर चलाने के लिए दिया था। आरोप है कि लीज खत्म होने और 50 लाख से ज्यादा का बकाया भुगतान नहीं करने पर होटल खाली करने का दबाव बनाया था। इस बात को लेकर 17 सितंबर को दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। होटल मालिक अजय डंग ने आरोप लगाया था कि एक सत्ताधारी विधायक के संरक्षण में संचालक ने होटल पर कब्जा कर लिया था।
इतना ही नहीं सत्ताधारी विधायक की होटल में होर्डिंग भी टांग दी थी। मामला सत्ता पक्ष के विधायक से जुड़ा होने के चलते थानेदार से लेकर एसीपी और डीसीपी साउथ मामले में कुछ नहीं कर रही थी। शासन स्तर पर शिकायत होने के बाद पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार से लेकर एसीपी संतोष सिंह और थाना प्रभारी फजलगंज देवेंद्र दुबे को जमकर फटकार लगाई।
इस मामले में होटल मालिक की तहरीर पर बंटी सरदार समेत 40 अज्ञात के खिलाफ मारपीट, बलवा, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी समेत अन्य गंभीर धाराओं में में एफआईआर दर्ज की गई। गुरुवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी बंटी सरदार को अरेस्ट करके जेल भेज दिया। फजलगंज थाना प्रभारी देवेंद्र दुबे ने बताया कि होटल के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए तो सत्ताधारी नेताओं से लेकर कई रसूखदार होटल पर कब्जा कराते और मारपीट करते दिख रहे हैं। मामले में आरोपियों का नाम बढ़ाने के लिए डीसीपी साउथ और पुलिस कमिश्नर से राय मांगी गई है। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।