Lucknow, Praveen Singh : प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़े सवालों पर सरकार की ओर से जवाब पेश नहीं करने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों ने शुक्रवार को मानसून सत्र के अंतिम दिन विधानसभा का बहिष्कार किया। उधर, सरकार ने आरोप लगाया कि सरकार ने हर मुद्दे का पूरा जवाब दिया है और हर मुद्दे पर सदन में चर्चा के तैयार है। सपा और रालोद के विधायक निजी एजेंडे के तहत सदन छोड़कर गए।
विधानसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा विधायकों ने सदन में महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था से जुड़े गंभीर मुद्दे उठाए थे। लेकिन सरकार ने किसी भी सवाल या मुद्दे का जवाब नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि नौजवान बेरोजगारी से त्रस्त है, कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है, महंगाई से आम आदमी का जीवन दुभर हो गया है और अस्पतालों में लोगों को इलाज भी नहीं मिल रहा है। उन्होंने सरकार की ओर से ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर जवाब नहीं देने पर नाराजगी जताते हुए सदन वॉकआउट किया।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष निजी एजेंडे के तहत सदन छोड़कर गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई विषय नहीं है कि उन्हें सदन छोड़कर जाना पड़ेगा। अखिलेश यादव को निजी कार्य से कहीं जाना होगा इसलिए वे विपक्षी विधायकों को लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के साढ़े पांच साल में महंगाई, बेरोजगारी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं और कानून व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार हुआ है।
सपा के विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में विधानभवन से लेकर विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा के राष्ट्रीय मुख्यालय तक पैदल मार्च किया। सपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।