-चौटाला की रैली फ्लॉप।
-नीतीश के अलावा विपक्ष का कोई सीएम नहीं पहुँचा।
-सोनिया गांधी की कांग्रेस डूबता जहाज।
-नीतीश का डूबना तय। लालू का दौर समाप्ति की ओर।
-मौका मिला तो लालू प्रसाद चुनेंगे राहुल को।
Patna, Desk : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि देवीलाल की जयंती के बहाने विपक्षी एकता के लिए हरियाणा में आयोजित ओमप्रकाश चौटाला की सम्मान रैली फ्लॉप शो साबित हुई। इसमें विपक्ष शासित दर्जन भर राज्यों में से नीतीश कुमार के अलावा कोई मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुआ। जिन 17 प्रमुख नेताओं को न्योता दिया गया, उनमें से केवल पांच पहुँचे।
श्री मोदी ने कहा कि दक्षिणी राज्यों के मुख्यमंत्रियों में केसीआर, विजयन, एमके स्टालिन तो दूर, उत्तरी राज्यों के केजरीवाल, अशोक गहलोत, ममता बनर्जी ने भी चौटाला से दूरी बनाए रखी। उन्होंने कहा कि पटना में केसीआर से मिलने और दिल्ली में आधा दर्जन नेताओं से नीतीश कुमार की ताजा मुलाकात कोई काम न आयी। वे अपने मिशन में फिर फेल हुए।
श्री मोदी ने कहा कि पड़ोसी राज्य यूपी से अखिलेश यादव, मायावती ने भी चौटाला के मंच पर जाना ठीक नहीं समझा।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस खुद डूब रही हो, तब सोनिया गांधी से नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की भेंट से कुछ बनने-बिगड़ने वाला नहीं। कांग्रेस की सत्ता केवल दो राज्यों में बची है।
श्री मोदी ने कहा कि सम्मान रैली के आयोजक ओम प्रकाश चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा हुई। वे जमानत पर हैं और आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में फिर जेल जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेल और बेल के बीच झूलते नेता प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता को कोई चुनौती नहीं दे पाएँगेे।
श्री मोदी ने कहा कि यदि कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार या कोई और स्वीकार्य होता, तो राहुल गाँधी पदयात्रा क्यों कर रहे होते? उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद अब कभी किंग मेकर नहीं बनेंगे, लेकिन यदि ऐसा हुआ भी तो वे नीतीश कुमार को नहीं, राहुल गांधी को चुनेंगे। श्री मोदी ने कहा कि सोनिया गांधी और लालू प्रसाद अब नीतीश कुमार को कुछ नहीं दे सकते, केवल उनका वक्त बर्बाद कर सकते हैं।