बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रधानमंत्री मोदी पर की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी के लिए बहुरूपिया, डुप्लीकेट जैसे शब्दों का इस्तेमाल आपत्तिजनक है। उन्होंने जदयू और ललन सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि आंत के दांत गिनने वाले क्षेत्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की आतुरता और उनका बड़बोलापन शीघ्र ही जदयू का राजद में विलय कराएगा।
विजय कुमार सिन्हा ने ललन सिंह द्वारा आरएसएस पर टिप्पणी पर भी पलटवार किया है। कहा कि आरएसएस ने राष्ट्र प्रथम के भाव से रचनात्मक भूमिका निभाई है। सिन्हा ने पूछा कि मोकामा क्षेत्र के उद्योगविहीन होने तथा बाढ़ अनुमंडल को अब तक जिला नहीं बनाने पर कहा कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इसके लिए उन्होंने ललन सिंह को जिम्मेदार ठहराया। साफ शब्दों में उन्होंने ललन सिंह को आरएसएस पर कोई टिप्पणी नहीं करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ वर्ष 1912 में अनुमंडल बना था। उस दौर के अनुमंडल आज प्रमंडल बन गए, लेकिन ‘बड़े भाई’ और ‘छोटे भाई’ की उपेक्षापूर्ण नीति ने इसे अब तक जिला नहीं बनने दिया। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि बाढ़ न अब तक जिला बना और मोकामा का दुर्भाग्य रहा कि यह आगे बढ़ने की बजाय पिछड़ता चला गया। अब यहां के लोग मात्र एक ही सवाल करते हैं कि आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?