Narendra Yadav : उत्तर प्रदेश के बस्ती में बाढ़ से खराब होते हालात के बीच आज एक बड़ा हादसा होते-होते बचा गया. राहत सामग्री बांटने जा रहे स्थानीय विधायक अजय सिंह और एसडीएम गुलाब चंद्रा नदी में डूबने से बाल-बाल बच गए. उनकी नाव एक पुल से टकरा गई, जिससे उसमें छेद हो गया. इसके बाद ये नाव नदी के हाई वाटर फ्लो की चपेट में आ गई. नाव में छेद होने की वजह से पानी भरने लगा. जिसके बाद किसी तरह से उन्होंने एक टापू पर पहुंचकर अपनी जा बचाई.
पूर्वांचल में लगातार बाढ़ की वजह से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. ये हादसा बाढ़ ग्रस्त गांव महादेउवा से मझाकिता अव्वल जाते समय हुआ. जानकारी के अनुसार विक्रमजोत ब्लाक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में विधायक अजय सिंह राहत सामग्री बांटने के लिए नाव से निकले थे. उनके साथ एडीएम समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे. इसी बीच नाव एक पुल की रेलिंग से टकरा गई, जिससे नाव की पेंदी फट गई.
नाव की पेंदी फट जाने से नाव के अंदर पानी भरने लगा. नाव में पानी भरते देख अफरा-तफरी का माहौल हो गया. जिस नाव में विधायक और एसडीएम बैठे थे उनके साथ ही दो अन्य नाव भी चल रही थीं, जिसके बाद उन दोनों नावों के सहारे सभी को किनारे पर लाया गया और उनकी जान बचाई जा सकी.
हादसे के बाद प्रशासनिक अधिकारी वापस लौट आए. विधायक अजय सिंह ने कहा कि सरयू नदी में काली नदी पर बने पुल की रेलिंग से नाव टकरा गई थी. अथाह पानी में हुए इस हादसे में जान बच गई. सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित मझाकिता अव्वल गांव में विधायक अजय सिंह व एडीएम कमलेश कुमार मिश्रा ने बाढ़ पीड़ितों में खाद्यान्न वितरण किया. विधायक ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए सरकार काम कर रही है. ग्रामीणों की समस्या को संज्ञान में लेकर काली नदी पर बने पुल के अप्रोच के जल्द निर्माण का ग्रामीणों को आश्वसन दिया.