DESK : बिहार में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. राजधानी पटना सबसे ज्यादा प्रभावित है. बुधवार को सिर्फ पटना में डेंगू के 246 मरीज पाए गए हैं. पूरे बिहार की बात करें तो बुधवार 451 मरीज मिले. पटना में अभी तक डेंगू के 3689 मरीज हो चुके हैं. पाटलिपुत्र नया हॉटस्पॉट भी बन गया है. बुधवार को पाटलिपुत्र में 52 नए मरीज मिले. सबसे अधिक अजीमाबाद में 77 मरीज पाए गए. इसके अलावा बांकीपुर में 62, कंकड़बाग में 13, नूतन राजधानी में सात, पटना सिटी में आठ और दानापुर में आठ नए केस मिले हैं.
वहीं डेंगू के साथ-साथ टाइफाइड का भी असर देखने को मिल रहा है. कई मरीज डेंगू और टाइफाइड दोनों से पीड़ित आ रहे हैं. डॉक्टर संदिग्ध मरीजों को डेंगू और टाइफाइड दोनों की जांच लिख रहे हैं. बीते 10 दिनों में अब तक टाइफाइड के 48 मरीज मिल चुके हैं. हालांकि दोनों का लक्षण समान होता है. पटना के प्रख्यात डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी के मुताबिक अभी 10 से 15 दिनों तक डेंगू और टाइफाइड का असर चलेगा. ठंड की शुरुआत होते ही डेंगू का प्रकोप खत्म होने लगेगा.
बिहार में लगातार डेंगू के मरीज मिलने की सूचना पर चार सदस्यीय केंद्रीय टीम बुधवार की शाम पटना पहुंची. डेंगू के मरीजों की जांच, इलाज और अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर केंद्रीय टीम पटना में रहेगी. केंद्रीय टीम में डॉ. संजीव गोगोई, डॉ. रविशंकर सिंह, डॉ. नीरज कुमार और डॉ. लालथजौली शामिल हैं. कल सबसे पहले केंद्रीय टीम पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में पहुंची. यहां उन्होंने डेंगू वार्ड, आईसीयू लैब, ब्लड बैंक का निरीक्षण किया.
ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स, एसडीपी स्टॉक कितना है इसका जायजा भी लिया. भर्ती मरीजों और परिजनों से भी मिलकर जानकारी ली. आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि इलाज की व्यवस्था में केंद्रीय टीम ने 20 सवाल पूछे थे जिसका जवाब अस्पताल की ओर से दिया गया. केंद्रीय टीम आज गुरुवार को पीएमसीएच और एनएमसीएच का निरीक्षण करेगी. इसके बाद रिपोर्ट विभाग को पहुंचेगी.