DESK : बिहार में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है. जहाँ एक ओर तेजस्वी यादव बिहार के अस्पतालों का निरीक्षण कर मरीजों का हाल जान रहे हैं वहीं दूसरी ओर अस्पतालों की ख़राब व्यवस्था ने सरकार की नीतियों की पोल खोल कर रख दी है. जिसपर सियासत होना लाज़मी है. बीजेपी ने बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री एवं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को न्यायालय के चक्कर लगाने से फुर्सत मिले तब तो वो मरीजों के लिए कुछ कर पाएँगे. बीजेपी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की हालत दिनों दिन बद से बत्तर होती जा रही है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में डेंगू से त्राहिमाम मचा हुआ है. अस्पतालों में प्लेटलेट्स की भारी कमी हो रखी है. मरीजों को सही वक्त पर इलाज भी नहीं मिल पा रहा है.
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में डेंगू का आंकड़ा 7 हजार के करीब पहुँच चुका है, मरीजों की संख्या तो 7 हजार से भी ऊपर पहुँच चुकी है और बिहार की सरकार हाथ पर हाथ धर कर सोई हुई है. बिहार के डिप्टी सीएम जो स्वास्थ्य मंत्री भी हैं उनको अपने मुकदमों से फुर्सत ही नहीं है. उन्होंने कभी नगर विकास की समीक्षा नहीं की. सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव एक दिन एनएमसीएच गए और वहा के एक डॉक्टर को बस ससपेंड कर के चले आए. वे बस अपने राजनीतिक करियर को चमकारे में लगे है.
सुशील मोदी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में डेंगू अगस्त महीने से ही पैर पसारना शुरू कर चुका था लेकिन बिहार की सरकार ने समय से कोई भी कदम नहीं उठाया. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में फोगिंग की तो जा रही है लेकिन सिर्फ वीआईपी एरिया में की जा रही है. आम नागरिकों को मरने के लिए सरकार ने ऐसे ही छोड़ दिया है. सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के अस्पतालों में प्लेटलेट्स की भारी मात्रा में अनियमित्ता देखने को मिल रही है. लेकिन बिहार के स्वास्थ्यमंत्री इसपर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. सुशील मोदी ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि बिहार सरकार को अब युध्स्तर पर डेंगू से लड़ने के लिए कोई बड़ा कदम उठाना चाहिए.