DESK : बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फर्जी कॉल कर आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार का केस खत्म करवाने के मामले में नया मोड़ आया है। आदित्य कुमार ने जिस जालसाज अभिषेक अग्रवाल से डीजीपी को फर्जी कॉल करवाया था, उसकी बिहार के राजनेताओं संग तस्वीरें वायरल हुई हैं। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि अभिषेक सीएम नीतीश कुमार का करीबी है और उसका सीएम आवास और दफ्तर में आना-जाना लगा रहता है।
बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि अभिषेक अग्रवाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नजदीकी है। अभिषेक की एंट्री सीएम आवास-दफ्तर में रही है। अब जो सीएम का नजदीकी हो तो पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उसको भाव तो देंगे ही। सीएम द्वारा डीजीपी को क्लीन चिट देने के पीछे अभिषेक को बचाने की मंशा भी साफ है।
निखिल आनंद ने एक पत्रकार के ट्वीट को रिट्वीट कर ये बातें कहीं। उस ट्वीट में फोटो भी शेयर किए गए हैं, जिनमें जालसाज अभिषेक सीएम नीतीश के साथ नजर आ रहा है। पत्रकार ने अभिषेक को पुराना ठग बताया है। उसके बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन, तारकिशोर प्रसाद और मंत्री विजय चौधरी के अलावा राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात के साथ भी फोटो वायरल हुए हैं। हालांकि जेडीयू या नीतीश सरकार की ओर से अभी तक इस फोटो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
क्या है मामला?
गया के पूर्व एसपी आईपीएस आदित्य कुमार ने अपने ऊपर चल रहे शराब से जुड़े एक केस को खत्म करवाने के लिए अभिषेक अग्रवाल से डीजीपी एसके सिंघल को फर्जी कॉल करवाया था। अभिषेक ने कई बार हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बताकर डीजीपी से आदित्य कुमार का केस बंद करने के लिए कहा। बाद में खुलासा हुआ कि वो कॉल फर्जी थे। पिछले दिनों नीतीश सरकार ने आईपीएस आदित्य कुमार को सस्पेंड कर दिया।
बतातें चलें कि पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में डीजीपी एसके सिंघल को क्लीनचिट दे दी। उन्होंने कहा कि इसमें डीजीपी से थोड़ी गलती हुई, पर उन्हें महसूस हुआ कि कोई गलत आदमी उन्हें फोन कर रहा है, तो उन्होंने तुरंत इसकी जांच करवाई। बाकी सब काम डीजीपी का बेहतर रहा है, इसलिए उनकी इस त्रुटि पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए।