Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों का विरोध कर उनकी कैबिनेट से बाहर होने वाले पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह किसान मंडी को चालू किए जाने की मांग पर अब भी कायम है। बिहार का कृषि मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह ने इसके लिए पहल की थी। हालांकि बाद में नीतीश कुमार के दबाव में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था, लेकिन अब सुधाकर सिंह को किसान नेता राकेश टिकैत का साथ मिला है। किसान मंडी चालू किए जाने के सवाल को लेकर राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। 17 अक्टूबर को सीएम नीतीश को लिखे पत्र में राकेश टिकैत ने किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसान मंडी की व्यवस्था को पुनः शुरू किए जाने की मांग की है।
आरजेडी के विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने राकेश टिकैत के इस लेटर को खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है। इसके साथ ही सुधाकर सिंह ने लिखा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ० राकेश टिकैत जी बिहार में मंडियों के पुनः शुरू किये जाने व न्यूनतम समर्थन मूल्य के सम्बन्ध में बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। यह वही किसान यूनियन है जिसने केंद्र सरकार को पिछले साल कृषि कानून को वापस लेने के लिए मजबूर किया था।
मैंने पहले भी कहा है और आज भी कह रहा हूं बिहार के किसानों के लिए मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य बुनियादी ज़रूरत है और जब तक कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) कानून और ‘‘मंडी’’ प्रणाली को बहाल नहीं किया जाता तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला। अपनी बात कहते हुए सुधाकर सिंह ने राकेश टिकैत का आभार भी जताया है।
आपको बता दें, बिहार के कृषि मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह ने भी किसान मंडी को चालू किए जाने की मांग की थी। उन्होंने किसानों के हित में अपनी आवाज़ बुलंद की थी, जिसमें अब राकेश टिकैत ने उनका साथ दे दिया है। अब सुधाकर सिंह और राकेश टिकैत साथ मिलकर नीतीश कुमार को घेरने लगे हैं।