Patna, Beforeprint : बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरीय नेता टीएन ने बक्सर में हो रहे सनातन संस्कृत समागम पर बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि नौ राज्यों के मुख्यमंत्री पांच राज्यों के राज्यपाल दो उप मुख्यमंत्री सहित बीजेपी के कई नामचीन हस्तीयाँ भाग लेने जा रही है तो इसे राजनीतिक सम्मेलन ही कहा जाता तो अच्छा होता। ईस कार्यक्रम में कोई सौ करोड़ रूपये पानी कि तरह बहाया जारहा है पता नहीं चल पा रहा है यह पैसा कहाँ से आ रहा है।
आने वालों में भारत वर्ष के कुछ ही संतों का नाम उजागर किया जा रहा है यहाँ तक की इस यज्ञ में भोजपुरी कलाकारों के नाम पर भी भीड़ जुटाने की कोशिश की जारही है। स्थानीय सांसद बक्सर में विकास का समागम तो नहीं दिखा सके अब बीजेपी का सम्मेलन करा कर वाह-वाही लूटना चाह रहें हैं। स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे को यह मालूम होना चाहिए कि बक्सर धर्म की नगरी है और इसे मीनी काशी कहा जाता है इस भूमि पर धर्म के आड़ में पार्टी सम्मेलन कराना चाह रहें हैं जिसे बक्सर की स्थानीय जनता बखूबी से जान रही है कि यह 2024 की रणनीति तैयार कर रहे है । बक्सर के विकास से इनका कोई लेना देना नहीं है ।