Nalanda: कैंसर से सुरक्षा को जागरूकता एवं व्यसनों से दूरी सबसे कारगर हथियार

नालंदा

सदर अस्पताल में कैंसर जांच शिविर का हुआ आयोजन
जिला के सभी अनुमंडल अस्पतालों में संचालित होगा दो दिवसीय शिविर

Biharsharif/Avinash pandey: जनमानस को कैंसर की विभीषिका से बचाने के लिए कैंसर जागरूकता सप्ताह की शुरुआत की गयी है। इसी क्रम में सदर अस्पताल परिसर में स्थित गैर संचारी विभाग के कार्यालय में कैंसर जांच शिविर का उद्घाटन किया गया। जांच शिविर का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि कैंसर से सुरक्षा के लिए जागरूकता एवं व्यसनों से दूरी सबसे कारगर हथियार है। लोगों को कैंसर के लक्षणों की पहचान होनी जरूरी है। जिससे वे लक्षण दिखाई देते ही अपनी जांच कराएं और चिकित्सकों से संपर्क करें। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह, जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय, अन्य स्वास्थ्यकर्मी तथा टाटा मेमोरियल अस्पताल के डॉ. सूर्य, रौशन एवं दो एएनएम उपस्थित रहे। सभी जगहों पर जांच शिविर एक सप्ताह तक संचालित होगा।

जिला के सभी अनुमंडल अस्पतालों में संचालित होगा दो दिवसीय शिविर:
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि जिला के हिलसा, राजगीर, सदर अस्पताल, बिहारशरीफ में दो दिवसीय शिविर संचालित किया जायेगा. पावापुरी अस्पताल में एक दिवसीय शिविर का संचालन किया जा रहा है। सभी अनुमंडल अस्पतालों के अंदर आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शिविर के दौरान चिह्नित मरीजों को अनुमंडल अस्पतालों में रेफर किया जायेगा। सभी प्रखंडों में किया जा रहा प्रचार प्रसार डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि आज से जिले के सभी प्रखंडों में कैंसर जागरूकता सप्ताह का व्यापक प्रचार प्रसार किया जायेगा. आज से सभी जगह माइकिंग की शरुआत की गयी है ताकि जनमानस तक संदेश पहुँचाया जा सके. साथ ही सभी शिविरों में विशेष टीम द्वारा कैंसर की स्क्रीनिंग और प्रचार-प्रसार की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.

सामान्य कैंसर की होगी स्क्रीनिंग डॉ. राममोहन सहाय ने बताया कि निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह के दौरान लगने वाले शिविर में आने वाले मरीजों को सामान्य कैंसर जैसे मुंह का कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर इत्यादि की स्क्रीनिंग की जाएगी. जिसमें विशेष रूप से महिलाओं के कैंसर (स्तन और गर्भाशय का मुख) की स्क्रीनिंग के लिए अलग से एक कमरे की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही उसमें सामान्य कैंसर जैसे मुंह, स्तन और गर्भाशय के मुख के कैंसर इत्यादि के संभावित कारणों, लक्षणों एवं उसके बचाव के प्रति जागरूकता बढाई जाएगी।