Muzaffarpur/Brahmanand Thakur : विधानसभा उपचुनाव में महागठबंधन को बाहर से समर्थन देने वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने फैसला किया है कि वह कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी उतारेगी।वे आज शाम तक अपने उम्मीदवार की घैषणा कर सकते हैं। महागठबंधन प्रत्याशी को नहीं देंगे समर्थन कुढऩी विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बिहार की विकासशील इंसान पार्टी इस उपचुनाव में भी महागठबंधन को बाहर से अपना समर्थन देगी। लेकिन, तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए वीआइपी प्रमुख मुकेश सहनी ने साफ कर दिया है कि कुढऩी में उसका अपना प्रत्याशी होगा। वे इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि भाजपा यहां से किसे अपना उम्मीदवार घोषित करेगी। वे इसके बाद ही वे अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेंगे।
मुकेश सहनी का मानना है कि उनकी पार्टी का फिलहाल किसी भी दल से गठबंधन नहीं है। मोकामा और गोपालगंज में महागठबंधन को समर्थन देने के पीछे पार्टी की अपनी रणनीति थी। उस रणनीति का महागठबंधन को फायदा भी हुआ। मोकामा में महागठबंधन की जीत हुई। गोपालगंज में सहानुभूति वोट की वजह से भाजपा को मामूली अंतर से जीत मिली। कुढऩी में निषाद समुदाय के मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक है। जानकार बताते हैं कि यदि वीआइपी प्रत्याशी मैदान में होगा तो निषाद जाति के मतदाता अपने प्रत्याशी को समर्थन देंगे। इससे भाजपा को नुकसान होगा और जाहिर तौर पर महागठबंधन को फायदा होगा। मुकेश सहनी का इरादा स्पष्ट है कि वे जीतने के लिए नहीं, बल्कि भाजपा की हार के लिए यहां से अपना उम्मीदवार देने जा रहे हैं। इसके लिए वे लगातार काम कर रहे हैं। उधर, एमआइएमआइएम प्रमुख ओवैसी भी कुछ इसी रणनीति पर काम कर रहे हैं।
बताया जाता है कि उनका मकसद परोक्ष रूप से इस चुनाव में बीजेपी को लाभ पहुंचाने का है। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी कुढ़नी में उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल इमान ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में सर्वे कराया जा रहा है। जल्द ही उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। उनकी भी मुख्य लड़ाई बीजेपी उम्मीदवार से होगी। कुढ़नी विधानसभा सीट पर मुकेश सहनी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टियां महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाने वाली हैं।
हाल ही में गोपालगंज सीट पर भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। गोपालगंज में आरजेडी और बीजेपी के अलावा एआईएमआईएम और बसपा उम्मीदवार ने 21 हजार वोट बटोरे। इस कारण आरजेडी प्रत्याशी मोहन प्रसाद गुप्ता को बीजेपी से दो हजार से भी कम वोटों के अंतर से हाल झेलनी पड़ी। पिछले दिनों डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एआईएमआईएम को बीजेपी की बी टीम भी करार दिया था।