अंडर पास की जगह ओवरब्रिज बनाने के लिए ग्रामीणों ने मांग की
Sasaram beforprint : नोखा थाना क्षेत्र के वराव रेलवे हॉल्ट के पास रेलवे द्वारा निर्माणाधीन अंडर पास की जगह पर ओभर ब्रिज बनाने की माग करते हुए ग्रामीणों ने निर्माण काम को रोक दिया है।ग्रामीणों ने इसे रोकने के लिए विभागीय अधिकारी जीएम, डीआरएम,स्थानीय विधायक, सांसद से गुहार लगाई है। शुक्रवार को वराव रेलवे हाल्ट पर मनिपुर, वराव, कदवा, लिलारी सहित कई गाव के ग्रामीण उपस्थित हो कर जेसीबी को रोक दी। ग्रामीणों का कहना है कि यह अंडर पास हम लोगो के उपयोग के लायक नही है। आवागमन बाधित हो जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि यह पथ आरा सासाराम पथ से निकल कर के मनीपुर, कई गांव को जोड़ता है मनिपुर गांव निवासी महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि कुछ साल पहले हमारे खेतों में आग लग गई थी। जहा पर अग्निशामक दल को बुझाने के लिए ले जाना मुश्किल हो गया था। अंडरपास जो बन रहा है एल आकर का है।
एक साइड में पोखरा तो दूसरी साइड में खेत पड़ रहा है और इस अंडरपास को घुमावदार बनाया जा रहा है ।जहां पर के गाड़ी घूम नहीं पाएगी। अगर गांव में आग लग जाए तो अग्निशामक नहीं जा पाएगी। वही धान की कटनी के लिए हार्वेस्टर भी नहीं जा पाएगा। क्योंकि यह घुमावदार है चौड़ाई भी काफी कम है।इसमे गाड़ी नहीं जा सकती है ।अगर हम लोग गाड़ी ले जनी होगी तो नोखा नासरीगंज मोड़ से या डेहरी होते हुए फिर वापस लाना पड़ेगा। जो कि काफी दूरी हो जाएगी। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए ट्रक , ट्रेक्टर , प्रखंड मुख्यालय या सासाराम नहीं जा पाएगी। इसको लेकर ग्रामीण आक्रोश व्यक्त किया। कई गावो को जोड़ता है। ग्रामीण अजीत कुमार अजीत कुमार पांडे, संजीत कुमार ने बताया कि यहां पर मनीपुर गांव में ही दो राइस मिल है। इसके अलावा मॉडिहा एव कई राइस मिल है। दर्जनों छोटी एव अरवा प्लांट है जिसकी ढुलाई इस पथ से होती है।
अगर अंडर पास बनने के बाद रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर देगा जिसके बाद हम लोगो का आवागमन बाधित हो जाएगा। कई व्यवसाय बन्द हो जायेगे। जो सरकार को टैक्स भी देते हैं। इस पथ पर मनिपुर , लिलारी, मेयारी, भव पोखर सहित कई गांवों को जोड़ता है। इस पथ से सैकड़ो गाड़ी एव हजारों लोग आते जाते है। ग्रामीण ने कहा कि रेलवे के अधिकारी गांव में आए थे। जब हम लोगों ने उनसे मांग की तो उन्होंने कहा कि यह काम नहीं रुक सकता है। यहां पर अंडर पास होने का निर्माण किया जा रहा है। ओभर ब्रिज के लिए कोई अभी प्रस्ताव नहीं है। जिस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और निर्माण कार्य को रोक दिया गया।
निर्माणाधीन पुल के दोनों तरफ जमीन के अभाव में घुमावदार होने से बड़ी गाड़ी नही जा सकती है। जो दुर्घटना होने की भी संभावना है। ग्रामीणों का कहना है कि बगल में सत्तर बीघा गाव के पास या अन्य जगह पर जो अंडरपास बना है उसमें पानी भरा रहता है और बड़ी गाड़ी नहीं जा पाती। कई बार पानी मे छोटी गाड़ी , ऑटो पानी मे फसने के कारण इंजन सीज कर गई है। इसलिए यहां पर ओवरब्रिज निर्माण करते हैं हमलों में समस्या के समाधान किया जा सकता है इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन कुमार ने कहा कि या रेलवे बोर्ड का निर्णय है। वहां से आदेश आने के बाद ही रुक सकता है। रेलवे ने अंडरपास बनाने के लिए टेंडर किया है। ग्रामीणों को अपनी मांग उच्च अधिकारी से करनी चाहिए उनके आदेश का अनुपालन किया जाएगा।