Rabindra Nath Bhaiya: पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सह निरीक्षी न्यायाधीश न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार ने रविवार को कारा मंडल के इकलौते महिला वार्ड समेत विभिन्न पुरूष वार्डों का जायजा लेते हुए कैदियों से जेल प्रशासन द्वारा उन्हें उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कारा प्रशासन को मंडल कारा की व्यवस्था में और सुधार लाने एवं जरुरतमंद कैदियों को न्यायिक सुविधा उपलबध कराने का निर्देश दिया. न्यायमूर्तियों ने कहा कि कैदियों को वाजिब सुविधाएं हर हाल में मिलनी चाहिए. और जो कैदी अपने मामलों में पैरवी के लिए वकील रखने में सक्षम नहीं है, उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से न्यायिक सुविधा उपलब्ध कराना जेल प्रशासन का दायित्व है बता दें इसके पूर्व न्यायमूर्ति सह निरीक्षी न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार ने शनिवार को व्यवहार न्यायालय का निरीक्षण किया था। उन्होंने कई न्यायालयों में उपस्थित रह कर न्यायालय की कार्यवाही को देखा।
सर्वप्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश नारायण सेवक पांडेय के न्यायालय में जमानत आवेदन की सुनवाई में उपस्थित रह कर अदालती कार्यवाही को देखा। इसके वाद वे परिवार न्यायालय, प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष न्यायालय, पोक्सो, उत्पाद एवं अनुसुचित जाति एवं जनजाति अदालत में बैठ कर चल रहे कार्यवाही को देखा। मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी एवं प्रथम अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी एवं न्यायकर्ता समेत अन्य अदालत के कार्यवाही में मौजूद रहे एवं जरूरी दिशा निर्देश दिया.निरीक्षी न्यायाधीश के आगमन को ले सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम था। उन्होंने व्यवहार न्यायालय के कई कार्यालय, अभिलेखगार सहित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय का निरीक्षण किया।
उन्होंने जिला जज एवम प्राधिकार के सचिव प्रवीण कुमार सिंह के साथ व्यवहार न्यायालय परिसर, मुख्य द्वार व न्यायालय परिसर के पिछले हिस्से का भी निरीक्षण किया। इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश को कई निर्देश दिया। निरीक्षण के बाद उन्होंने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अरूण कुमार सिन्हा एवं महासचिव संतशरण शर्मा व अनुमंडल एडवोकेट संघ के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिन्हा के साथ बैठक किया। महासचिव संत शरण शर्मा ने अधिवक्ताओं के बैठने की समस्या से उन्हें अवगत कराया। निरीक्षी न्यायाधीश न्यायमूर्ति जितेन्द्र कुमार ने व्यवहार न्यायालय परिसर में आम जन की सुविधा के लिए के फिल्टर वाटर का उद्घाटन किया। न्यायालय परिसर में चंदन एवं रूद्राक्ष का पौधा रोपण किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिये पौधा रोपण आवश्यक है।