दो दिनों के अंदर सिमरी व डुमरांव पीएचसी सहित अनुमंडल अस्पताल में स्वास्थ सुविधाओं की जानकारी ली। जांच टीम ने मिडिया कर्मियों से किया परहेज।
Buxar, Before Print : दो दिनों से स्वास्थ विभाग के केंद्रीय जांच दल बक्सर जिला में स्वास्थ सुविधाओं के हालात की जानकारी लेनें पंहुचा हुआ है। जांच दल द्वारा अब तक सिमरी पीएचसी, डुमरांव पीएचसी, ब्रम्हपुर के रघुनाथपुर पीएचसी एवं अनुमंडलीय अस्पताल में केन्द्र सरकार की संचालित स्वास्थ योजनाओं व देय सुविधाओं की जानकारी लिए जाने की खबर है। इसी क्रम में बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ परिवार कल्याण मंत्रालय की उपायुक्त(एफपी) डा.दीव्या वैलेचा के नेतृत्व में 9 सदस्यीय जांच टीम द्वारा अनुमंडल अस्पताल में पंहुच कर स्वास्थ सुविधाओं की जानकारी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों से ली गई। केंद्रीय उपायुक्त डा.वैलेचा ने स्वयं प्रसव कक्ष में पंहुचकर मौजूद महिला चिकित्सक डा.प्रेमा प्रसाद व सिनीयर ए-ग्रेड नर्स उमा देवी से महिलाओं को देय सुविधाओं के बारे में पूछ ताछ किया। मौके पर आवश्यक कागजातों को खंगाला एवं बंध्याकरण सहित बाल जन्म दर व मृत्यु दर की भी अद्यतन जानकारी ली गई।
वहीं जांच टीम में शामिल कंेद्रीय अधिकारियों द्वारा ओडी ड्यूटी में तैनात चिकित्सक डा.लोकेश कुमार, हडडी रोग के चिकित्सक डा.सुमित सौरभ से बात चीत करते हुए ईलाज को आने वाले रोगियों के रोगों व उनकी संख्या की जानकारी एवं दवा भंडार कक्ष में तैनात फार्मासिस्ट संतोष कुमार से दवा की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की गई। आगे, जांच टीम द्वारा राज्य स्वास्थ समिति के डा.वाई.एन.पाठक की मौजूदगी में अस्पताल उपाधीक्षक डा.गिरीश कुमार सिंह से अस्पताल के चिकित्सको व विभिन्न विभाग के स्वास्थ कर्मियों की संख्या बल की जानकारी हासिल की।
जांच टीम में एनआइआरडी हैदराबाद के सहायक प्रोफेसर डा.सुचित्रा पुजारी, पटना स्थित क्षेत्रीय आर्युवेद शोध संस्थान के शोध अधिकारी डा.बाला जी पोटभारे, सीपीएचसी, एनएचएसआरसी की नीलम र्टीके, दिल्ली सीटीडी के कंस्लटेंट डा.रणजीत प्रसाद के आलावे पाथ स्वास्थ समन्वयक सोनाल गावड़े एवं स्वास्थ व चिकित्सा शिक्षा गांधीनगर के सहायक निदेशक डा.हर्षद पटेल एवं पटना के सीएमओ (एनएफएसजी) डा.रविशंकर सिंह शामिल थे। साथ ही दल के जांच के दरम्यान राज्य स्वास्थ समिति के आलावे जिला स्वास्थ समिति के कई कर्मी व जीविका के अधिकारी अस्पताल परिसर में मौजूद रहे।
जांच के दरम्यान मिडिया कर्मियों द्वारा जांच टीम की नेतृत्वकर्ता से संर्पक करने का प्रयास किया गया। पर उन्होनें साफ तौर पर मिडिया से बात-चीत करने से इंकार कर दिया। अस्पताल उपाधीक्षक डा.सिंह ने बताया कि अस्पताल की स्वास्थ सुविधाओं सहित परिवार व कल्याण योजनाओं से जुड़ी योजनाओं पर जांच टीम का विशेष फोकस रहा। अनुमंडल अस्पताल चकाचक रहा- स्वास्थ विभाग की केन्द्रीय जांच टीम के आगमन को लेकर अनुमंडलीय अस्पताल प्रबंधन पहले से ही चैकस रहा।
जांच के दरम्यान आज अनुमंडल अस्पताल का नजारा बदला सा रहा। अस्पताल के पूर्वी प्रवेश द्वार से लेकर पश्चिमी प्रशासनिक परिसर तक पंहचने वाले रास्ते के दोनों किनारे रंग बिरंगें फूलों का गमला, सुंगधित फेनाईल से की गई चकाचक सफाई, हरेक खिड़की पर टंगे पर्दा, दिन में जलते दुधिया रौशनी से अस्पताल का परिसर रौशन रहा। हरेक स्वास्थ कर्मचारी, चिकित्सक एवं सफाई कर्मचारी यूनिफार्म में दिखे। पूरे दिन जांच के दरम्यान कर्मियों के बीच भाग दौड़ की स्थिति बनी रही।