Central Desk : राजधानी दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. जहां कोर्ट के आदेश पर जल्द से जल्द आफताब का नार्को टेस्ट की प्रक्रिया शुरु हो गई है.नार्को टेस्ट करने वाले एक्सपर्ट्स आज आफताब की पर्सनेलिटी का टेस्ट करेंगे. वहीं, दिल्ली पुलिस की टीम आज सुबह आफ़ताब को लेकर रोहिणी के अम्बेडकर अस्पताल गई. जहां उसका नार्को से पहले होने वाले प्री नार्को टेस्ट हुए, जिसमे ईसीजी, बीपी चेक और कुछ और अन्य बॉडी चेक अप हुए. मुमकिन है सोमवार को आफ़ताब का नार्को टेस्ट करवाया जाएगा.
आफताब को साकेत कोर्ट में पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, सोमवार को नार्को टेस्ट कराने के लिए उसे जेल से यहां लाया जाएगा. दरअसल, किसी भी व्यक्ति का नार्को टेस्ट एक दिन में नहीं किया जा सकता है. इसलिए अभी आफताब के नार्को टेस्ट के लिए इंतजार करना पड़ेगा. वहीं, एफएसएल अधिकारियों का कहना है कि, नार्को टेस्ट के दौरान एफएसएल की टीम साथ रहेगी.
बता दें कि, बीते दिन महरौली हत्याकांड मामले के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का शुक्रवार को यहां फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में करीब तीन घंटे तक पॉलीग्राफ परीक्षण चला. गौरतलब है कि पूनावाला ने अपनी सह जीवन साथी श्रद्धा वालकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे. इसके बाद उन्हें करीब तीन हफ्तें तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था. कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था.
हालांकि,पुलिस को अभी तक पीड़िता की खोपड़ी और शरीर के बाकी हिस्सों के साथ-साथ शरीर के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार का पता नहीं चल पाया है. पुलिस के अनुसार, शव को काटने के लिए इस्तेमाल की गई आरी अभी तक बरामद नहीं हो सकी है.
पुलिस अधिकारी के अनुसार, रिपोर्ट के नतीजों के आधार पर नार्को टेस्ट करने के बारे में फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर पूनावाला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाता है, तब भी उसका नार्को टेस्ट किया जा सकता है. पॉलीग्राफ परीक्षण के दौरान पूनावाला से हत्या संबंधी घटनाक्रम, आरोपी के श्रद्धा के साथ संबंध, उनके बीच तनाव, श्रद्धा के मृत शरीर के टुकड़े फेंके जाने वाली जगहों, हथियार आदि के बारे में प्रश्न पूछे गए. अधिकारी ने बताया कि इस परीक्षण का उद्देश्य उसके बयानों में विसंगतियों की जांच करना था. उन्होंने बताया कि परीक्षण के नतीजे दो या तीन दिन में जांचकर्ताओं को सौंप दिए जाएंगे.
हालांकि,इससे पहले, बीते गुरुवार को आफताब का करीब आठ घंटा लंबा पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ था. चूंकि, उसकी तबियत ठीक नहीं होने के कारण प्रयोगशाला के अधिकारियों को बयान दर्ज करने में परेशानी हुई. पॉलीग्राफ जांच में बीपी, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है. इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं.
प्रयोगशाला के सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान, पूनावाला से मामले के बारे में पूछताछ की गई थी, उसने किस वजह से वालकर की हत्या की, क्या यह सुनियोजित घटना थी या उसने गुस्से में ऐसा किया, जैसा कि उसने कोर्ट में दावा किया था.