-फिजियोथैरेपिस्ट ने राहगीर की मोटरसाइकिल से पहुंचाया उसे अस्पताल
Bhupendra Singh : ग्रीन पार्क में संपन्न कूच बिहार ट्रॉफी मैच के दौरान यूपीसीए के एक और लापरवाही का आलम देखने को मिला| जब एक अहम मुकाबले में मैच के दौरान यूपीसीए का एक खिलाड़ी घायल अवस्था में घंटों ड्रेसिंग रूम में ही बैठा रहा| वह चिकित्सीय सुविधा पाने को एक राहगीर की मदद से अस्पताल पहुंचा| जबकि यूपीसीए के सारे अधिकारी महंगे वाहनों से ग्रीन पार्क से कमला क्लब के चक्कर लगाते रहे लेकिन किसी ने भी उसकी सुध ना ली| यूपीसीए के फिजियोथैरेपिस्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्वयं जाकर उस खिलाड़ी को शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर के पास ले गए जहां उसका इलाज किया गया|
यूपीसीए के अधिकारियों का ध्यान केवल अंपायर व मैच रेफरी पर ही रहा| यहां तक की मेहमान टीम को गाड़ी की भी व्यवस्था मैदान के बाहर की गई और झारखंड की टीम को किसी ने विदा करना भी मुनासिब नहीं समझा| झारखंड टीम के लोकल मैनेजर भी उनको बीच मझधार छोड़कर यूपीसीए की गाड़ी में बैठ कर अपने गंतव्य को निकल गए | कूच बिहार ट्रॉफी मैच के अंतिम दिन यूपी के क्षेत्र रक्षक नमन तिवारी झारखंड के बल्लेबाज के तेज मारे हुए स्ट्रोक को रोकने के चक्कर में चोटिल हो गए|
मैदान पर फिजियोथैरेपिस्ट जितना कर सकते थे उन्होंने उसकी मदद की| दर्द से बिलखते नमन को अस्पताल ले जाने के लिए यूपीसीए के अधिकारियों में से किसी ने भी गंभीरता नहीं दिखाई| फिजियोथैरेपिस्ट ने नमन को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन मांगे लेकिन यूपीसीए खिलाड़ी को व्यवस्था देने के बजाय अधिकारियों की चापलूसी में लगा रहा| तब फिजियोथैरेपिस्ट नमन को एक राहगीर की मोटरसाइकिल पर एक निजी चिकित्सक के पास ले गए जहां उसका इलाज करवाया | उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के अधिकारियों के यह लापरवाही कहीं उस खिलाड़ी के भविष्य पर ग्रहण ना बन जाए |