Purnia: देश की राजधानी दिल्ली की फल और सब्जी मंडी से लेकर बड़े-बड़े होटलों तक पहुंचती है केलांचल कहे जाने वाले पूर्णिया का केला और तरबूज…

पूर्णियाँ

पहली बार जिला समाहरणालय के सभागार की बैठक में शामिल हुए फल एवं मछली विक्रेता… पढ़ें पूरी खबर

Purnia, Rajesh Kumar Jha: जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में खुश्की बाग के थोक फल विक्रेता एवं बस स्टैंड,मधुबनी,आर एन साह के खुदरा विक्रेताओं तथा सहायक निदेशक उद्यान एवं संबंधित पदाधिकारियों के साथ केला एवं तरबूज उत्पादन को बढ़ावा देने एवं विकसित करने को लेकर समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक आहूत की गई.जिले में अन्य राज्यों से आने वाले विभिन्न प्रकार के फलों के बारे में विक्रेताओं द्वारा जिलापदाधिकारी को अवगत कराया गया साथ ही साथ फल के व्यापार एवं रख-रखाव को लेकर कई समस्याओं से भी अवगत कराया गया.सहायक निदेशक उद्यान द्वारा बताया गया कि पूर्णिया जिले में 1500 हेक्टेयर में केले की खेती होती है.

केले और आम पकाने हेतु राईपनिग चेंबर निर्माण के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी देने का प्रावधान है.व्यक्तिगत 10 टन के निर्माण हेतु एक लाख पर सरकार द्वारा 50% अनुदान का प्रावधान है.ग्रुप में राइपनीग के निर्माण हेतु 75% सरकार द्वारा अनुदान देने का प्रावधान है.बैठक को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी द्वारा सभी फल विक्रेताओं को कई आवश्यक सुझाव एवं निर्देश दिया गया कि आपस में समन्वय बनाकर प्रस्ताव शीघ्र दे.ग्रेडिंग मॉडल मंडी को विकसित किया जाना है.

आप सब संगठित होकर कार्य करें जिससे आप सभी को कम लागत में अधिक मुनाफा एवं सुविधा का भी अवसर मिलेगा.प्राइमरी प्रोसेसिंग का लक्ष्य बनाकर प्लानिंग के तहत कार्य करें और अलग-अलग फल का प्रोजेक्ट तैयार करें.यहां के उत्पादन फल केला और तरबूज को बढ़ावा दें.नगर निगम द्वारा वेडिंग जोन का निर्माण कराया जा रहा है.जो खुदरा विक्रेताओं को दिए जाने के लिए कार्य किया जा रहा है.

केले और तरबूज को प्राथमिकता पर लेकर अपने बुद्धि विवेक से कार्य करें.सहायक निदेशक उद्यान को निर्देश दिया गया कि सरकार द्वारा मिलने वाली सभी सुविधाओं से अवगत कराएं और समन्वय बनाकर केला तथा तरबूज को विकसित करने के लिए बेहतर कार्य करें.उक्त बैठक में नगर आयुक्त आरिफ अहसन,उप विकास आयुक्त मनोज कुमार एवं सहायक निदेशक उद्यान एवं सभी फल विक्रेतागण मौजूद थे.