- नगर निकाय चुनाव की तिथि की घोषणा से कहीं बेचैनी तो कहीं असमंजस
- प्रत्याशी कोर्ट के फैसले की तरफ लगाए हैं टकटकी, लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया
Nawada/Rabindra Nath Bhaiya : 30 नवंबर को राज्य निर्वाचन आयोग बिहार द्वारा नगर निकाय चुनाव तिथि की पुनः घोषणा किए जाने के बाद भी उम्मीदवारों की चाल सुस्त है. उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है कि फिर चुनाव नहीं टलेगा? दरअसल, मामला फिर से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाना तय है. अबतक जो बातें आ रही है उसमें अधिकांश जानकार मान रहे हैं कि पेंच तो फंसा हुआ है. वैसे, तारीखों का एलान हुआ है तो उम्मीदवारों की सक्रियता थोड़ी बढ़ी है. लोगों से मिलने-जुलने का काम उम्मीदवारों द्वारा शुरू किया गया है.प्रचार-प्रसार का काम अगले कुछ दिनों में शुरू होगा.
जिले के नवादा व वारिसलीगंज नगर परिषद के साथ नवगठित रजौली नगर पंचायत चुनाव में विभिन्न पदों पर अपनी किस्मत आजमा रहे प्रत्याशियों के बीच बेचैनी है. वारिसलीगंज के सभी 25 वार्डों में वार्ड पार्षद और चेयरमैन-उप चेयरमैन कुल 27 पदों का चुनाव होना है. वारिसलीगंज नगर परिषद में स्थानीय बाजार के अलावा माफी , सिमरी बीघा , सिमरी डीह , बासोचक , मुडलाचक , शमीचक , गोपालपुर , चैनपुरा , मालीचक , खानापुर , बलबापर , शेरपुर , साम्बे , बिशनपुर , नेवाजगढ़ , नागपुर , चिरैया आदि गांव आते हैं. नई तिथि यानी 18 दिसंबर को प्रथम चरण का मतदान एवं 20 दिसंबर को मतगणना की तिथि घोषित की गई है. चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे उम्मीदवारों में फिलवक्त असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
पूर्व में चुनाव रुकने का खामियाजा भुगत चुके प्रत्याशियों के बीच सांप- छुछुन्दर की स्थिति है. उन्हें लगता है कि पहले की तरह कहीं इस बार भी किए कराए पर पानी न फिर जाए. इसलिए हर कोई फूंक – फूंक कर कदम उठाना चाह रहे हैं. पिछली बार नगर निकाय चुनाव में अपनी जीत पक्की करने के लिए उम्मीदवारों ने हर प्रकार के साधन झोंक रखे थे. परंतु चुनाव से महज चंद दिन पूर्व ही स्थगित किये जाने से प्रत्याशियों का पैसा, समय तथा परिश्रम बेकार हो गया था. इस बार नामांकन तथा चुनाव चिह्न पूर्ववत रहने के आदेश से उम्मीदवारों को थोड़ी राहत अवश्य मिली है, फिर भी प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों की निगाहें सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट पर टिकी हुई है. कोई स्पष्ट फैसला आने के बाद ही प्रत्याशी चुनाव में अपना साधन का इस्तेमाल करना चाह रहे हैं.
लोगों की प्रतिक्रिया:-
इस मसले पर लोगों से बात की गई तो मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आई. वारिसलीगंज नगर परिषद चुनाव के चेयरमैन प्रत्याशी पूर्व वार्ड पार्षद संजय कुमार ने कहा कि नगर निकाय की पुनः घोषित तिथि पर हम सबों के बीच असमंजस की स्थिति है कि कहीं कोर्ट के फैसले से मामला फिर पलट न जाय. चेयरमैन प्रत्याशी संजू देवी के पति भाजपा नेता निरंजन कुमार ने कहा कि चुनाव की तिथि पर भ्रम की स्थिति है. मुख्य पार्षद उम्मीदवार नवीन कुमार ने कहा कि चुनाव सम्पन्न होने से नगर परिषद का विकास शीघ्र होता.
चेयरमैन प्रत्याशी सह पूर्व वार्ड पार्षद अभय कुमार उर्फ विनय सिंह ने नगर निकाय चुनाव की तिथि पुनः घोषित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है. मुख्य पार्षद प्रत्याशी रेखा देवी के चुनाव प्रतिनिधि डब्लू गुप्ता ने कहा कि अभी मैं बिहार निर्वाचन आयोग के आदेश का अध्ययन करने के बाद ही कुछ कहूंगा. चेयरमैन प्रत्याशी नागेंद्र कुमार ने कहा कि चुनाव जल्द होने से नगर परिषद के विकास कार्यों में तेजी आएगी. उप चेयरमैन प्रत्याशी अरुण कुमार ने कहा कि हम लोग चुनाव के लिए हर तरह से तैयार हैं. उप चेयरमैन उम्मीदवार राजाराम सिंह ने कहा कि कोर्ट से स्थिति स्पष्ट होने का हमें इंतजार है.
वार्ड सात से वार्ड पार्षद उम्मीदवार बेबी देवी , राजू पंडित तथा कंचन कुमार ने चुनाव की तिथि पुनः घोषित किये जाने पर खुशी जाहिर की है. साहू समाज के वरिष्ठ अभिभावक सह गुप्ता धूप फैक्ट्री संचालक श्रवण प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वारिसलीगंज नगर परिषद का शीघ्र चुनाव होने से विकास को गति मिलेगी. बिहार प्रदेश धानुक महासंघ के वरीय उपाध्यक्ष सह बिहार राज्य अति पिछड़ा समन्वय समिति के वरीय सदस्य विजय कुमार राय ने कहा कि नीतीश सरकार बिहार के अतिपिछड़ा समाज के साथ अन्याय कर रही है तथा अपनी हठ धर्मिता से नगर निकाय चुनाव में भ्रम की हालत पैदा कर दी है. इस प्रकार वारिसलीगंज नगर परिषद चुनाव को लेकर कहीं बेचैनी तो कहीं असमंजस की स्थिति बनी हुई है. हर किसी की निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी है.