वारिसलीगंज में बाल अधिकार दिवस का हुआ आयोजन

नवादा

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) एक्शन एड, यूनिसेफ के द्वारा जिले के वारसलीगंज प्रखंड राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय दरियापुर के प्रांगण में विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर बाल अधिकार दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में वारसलीगंज प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के महादलित विकास मिशन से चलने वाली किशोरी किशोर समूह के बच्चों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में विकास पाण्डेय सहायक निदेशक – सह – वरीय उप सम्हार्ता जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की विश्व मानवाधिकार दिवस प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को मनाया जाता है। इस महत्त्वपूर्ण दिवस की नींव विश्व युद्ध की विभीषिका से झुलस रहे लोगों के दर्द को समझ कर और उसको महसूस कर रखी गई थी।

‘संयुक्त राष्ट्र संघ‘ की महासभा ने 10 दिसम्बर, 1948 को सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणापत्र को अधिकारिक मान्यता प्रदान की थी तब से यह दिन इसी नाम से याद किया जाने लगा।
किसी भी इंसान की जिंदगी, आजादी, और सम्मान का अधिकार है। ‘भारतीय संविधान‘ इस अधिकार की न सिर्फ गारंटी देता है, बल्कि इसे तोड़ने वाले को अदालत सजा देती है। भारत में 28 सितंबर, 1993 से मानव अधिकार कानून आया। 12 अक्टूबर, 1993 में सरकार ने ‘राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग‘ का गठन किया। आयोग के कार्यक्षेत्र में नागरिक और राजनीतिक के साथ आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकार भी आते हैं।

महिला अधिकार,अल्पस जनजाति एक्शन एड़ के जिला समन्वयक अरबिंद कुमार द्वारा बाल अधिकार दिवस के अवधारणा पर प्रकाश डाला। निःशुल्क शिक्षा अधिकार, समानता का अधिकार, बाल मजदूरी बिरुद्ध बने कानून की जानकारी दिया। पोक्सो अधिनियम 2012, किशोर न्याय, अधिनियम 2015 के बारे में बताया गया। मुकेश कुमार जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बाल अधिकार से जुड़े मुद्दों को विस्तारपूर्वक बताया तथा समाज कल्याण विभाग से बच्चों के लिए कल्याणकारी योजना जैसे परवरिश योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, बाल सहायता योजना के बारे में जानकारी दी। कुमारी संगीता सिन्हा द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना तथा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के बारे में बताया। कार्यक्रम में एक्शन एड की प्रखंड समन्वयक जेबा वसी, नरेश पासवान, जनप्रतिनिधि, विद्यालय के प्रधानाघ्यापक, आदि उपस्थित थे।